किस डर से शुरू हुआ ध्रुवीकरण का खेल , नफरत से किस्मत बदलने की तैयारी?

हरियाणा के कई क्षेत्रों में साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं चिंता का विषय बन रही हैं। ये हिंसा अभियान के पीछे कई कारण हैं जिनमें साम्प्रदायिक तनाव, धर्मांतरण, राजनीतिक रंग, ज़मीनी मामूले आदि शामिल हैं। भारत में सबको समान अधिकार मिलने के बावजूद, समाज में इस तरह की तनावपूर्ण वारदातों की बढ़ती हुई संख्या देखी जा रही है।

हाल ही में मुंबई के एक ट्रेन में हुई गोलीबारी की घटना ने संवेदनशीलता को झटका दिया है। इस हमले में कई निर्दोष लोग घायल हो गए और सामुदायिक एकता को धक्के मिले। साम्प्रदायिक हिंसा के पीछे खड़े रहने वाले व्यक्तियों और समूहों को स्पष्ट रूप से खुदाई करने की जरूरत है ताकि इस समस्या के मूल कारणों का पता चल सके और ऐसे हिंसा को रोकने के उपाय ढूंढे जा सकें। सरकारी अधिकारियों और लोकप्रिय व्यक्तियों को साम्प्रदायिक समझौते पर बल देने बजाय सभी समुदायों के मध्य सद्भावना बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। हर व्यक्ति को समान अधिकार और सम्मान के साथ रहने का अधिकार है, और यह संदेश हर नागरिक को समझना चाहिए।

Leave a Reply