केजरीवाल को घर बैठे सुविधाएं देने का इस शख्स ने दिया था आइडिया, खुद केजरीवाल ने बताया नाम

दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में 40 सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी योजना का शुभारंभ कर दिया है. दुनिया में अपनी तरह की पहली बताई जा रही इस योजना को लॉन्च करते वक्त अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आखिर यह आइडिया उनको किसने दिया. अरविंद केजरीवाल ने बताया कि जिस व्यक्ति के दिमाग में यह आइडिया आया वह गोपाल मोहन हैं. ये मेरे टेक्निकल एडवाइजर हैं और उन्होंने इस पूरे आइडिया को सोचा और उसके बाद इस पर काम शुरू हुआ.

आखिर कौन है गोपाल मोहन? जिनकी अरविंद केजरीवाल ने डोर स्टेप डिलीवरी का की योजना के शुभारंभ के मौके पर तारीफ की. सीएम केजरीवाल ने इस योजना को दुनिया में पहली बार लागू होने वाली योजना बताया है. उसका सारा श्रेय गोपाल मोहन को दिया है.

गोपाल मोहन असल में अरविंद केजरीवाल के साथ काफी समय से जुड़े हुए हैं और अन्ना आंदोलन के समय से उनको अरविंद केजरीवाल के साथ देखा जा रहा है. गोपाल मोहन अरविंद केजरीवाल की मूल कोर टीम का हिस्सा हैं. IIT दिल्ली से एनर्जी स्टडीज में मास्टर करने वाले गोपाल मोहन इस समय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के टेक्नोलॉजी और एंटी करप्शन मामलों के सलाहकार हैं.

आमतौर पर खुद को लो प्रोफाइल रखने वाले गोपाल मोहन के बारे में बताया जाता है कि बीते 3 साल से वो डोर स्टेप डिलीवरी के मुद्दे पर काम कर रहे थे. सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी के साथ-साथ राशन की डोर स्टेप डिलीवरी ही उनका ही आइडिया है  हालांकि वो फिलहाल दिल्ली सरकार बनाम केंद्र सरकार की लड़ाई में फंस गया है.

इसके साथ-साथ वह वाईफाई और सीसीटीवी कैमरा के मुद्दे पर भी वो काम कर रहे हैं.  यहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हफ्ते में 3 दिन जनता दरबार लगाते हैं उसका भी ज्यादातर काम गोपाल मोहन देखते हैं और जनता की समस्याओं के निपटारे की कोशिश करते हैं.

 

कौन सी हैं 40 सेवाएं

दिल्ली सरकार इस योजना के जरिए सात अलग-अलग विभागों की 40 सेवाओं को सीधा आवेदक के घर तक पहुंचाएगी. इन सेवाओं में जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, शादी का रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन, नया पानी या सीवर कनेक्शन या कटवाने के लिए आवेदन जैसी कुल 40 सेवाएं शुरुआत में दिल्ली सरकार देगी हालांकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का दावा है कि बाद में ये सेवाएं बढ़ाकर 70 तक की जा सकती हैं. फिलहाल जिन 40 सेवाओं को घर तक पहुंचाया जा रहा है साल 2017 में इनके लिए करीब 25 लाख आवेदन आये थे.

 

कैसे मिलेंगी ये सेवाएं?

दिल्ली सरकार ने इन सभी 40 सेवाओं के लिए एक खास नंबर जारी किया है. यह नंबर है 1076. आवेदक या सेवा लेने के इच्छुक व्यक्ति को इस नंबर पर फोन करके ‘मोबाइल सहायक’ से अपॉइंटमेंट तय करना होगा. यानी सरकार के प्रतिनिधि को वो किस समय अपने घर बुलाना चाहता है ये तय करना होगा. सुबह 8 से रात 10 बजे के बीच किसी भी समय आवेदक मोबाइल सहायक के लिए अपॉइंटमेंट तय कर सकता है. हालांकि कॉल सेंटर 24 घंटे और सातों दिन खुला रहेगा.

जिसमें कॉल करके समय तय किया जा सकता है. तय समय के मुताबिक मोबाइल सहायक एक टेबलेट के साथ आवेदक के बताए पते पर आएगा. फॉर्म भरवायेगा और दूसरे जरूरी दस्तावेज अपलोड करेगा. प्रक्रिया पूरी होने के बाद मोबाइल सहायक 50 का सुविधा शुल्क वसूल करेगा. जिसके बाद जो सर्टिफिकेट आवेदकों को चाहिए वह पोस्ट के जरिए उसके घर पहुंच जाएगा.

 

आवेदक की सुरक्षा

दिल्ली सरकार के मुताबिक जो भी मोबाइल सहायक आवेदक के घर जाएगा उसका पुलिस वेरिफिकेशन पहले से करवाकर रखा जाएगा। मोबाइल सहायक के पास आवेदक का मोबाइल नंबर नहीं रहेगा.

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