नई दिल्ली: अगर कांग्रेस सरकार में होती तो पेट्रोल का दाम करीब 25 रुपये लीटर कर देती इसके लिए पार्टी वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बाकायदा हिसाब भी बताया है.
चिजंबरम के मुताबिक ये तीन तरीके अपनाए जाएं तो पेट्रोल का दाम बेहद कम हो सकताहै. चिदंबरम ने कहा कि इसके लिए सबसे पहले पेट्रोलियम पदार्थों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंदर लाना होगा. उन्होंने कहा, यदि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए तो तेल के दाम 15 से 18 रुपये तक गिर सकते हैं.
इसके अलावा चिदंबरम ने कहा कि क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट आने से केंद्र सरकार प्रति लीटर पेट्रोल पर 15 रुपये बचा रही है. इसके अलावा सरकार की तरफ से एक लीटर पेट्रोल पर 10 रुपये का अतिरिक्त टैक्स लगाया जा रहा है. इस तरह दोनों को मिलाकर पेट्रोल की कीमत पर 25 रुपये प्रति लीटर तक की राहत आम आदमी को दी जा सकती है.
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से केंद्र सरकार को पेट्रोल पर 15 रु/लीटर की बचत होती है| इसके अलावा केंद्र सरकार पेट्रोल पर 10 रु/लीटर का अतिरिक्त कर लगाती है.
इस तरह केंद्र सरकार को पेट्रोल पर 25 रु/लीटर का मुनाफा मिलता है. इस पैसे पर सीधे तौर पर आम आदमी का अधिकार है|
’70 साल में इतने नहीं बढ़े पेट्रोल के दाम’
इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को देश में बढ़ रहे पेट्रोल के दाम के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा. भारत बंद का आह्वान करके दिल्ली के रामलीला मैदान में धरने पर बैठे राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी जहां जाती है, तोड़ने का काम करती है. मोदी सरकार ने युवाओं को रोजगार नहीं दिए. देशभर में शौचालय बनवाए लेकिन वहां पानी के इंतजाम नहीं हैं. पिछले 70 साल में रुपया इतना नहीं गिरा. लेकिन फिर भी मोदी जी इस पर चुप हैं.
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी राफेल डील पर किसी भी सवाल का जवाब नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि आज पूरा विपक्ष यहां (रामलीला मैदान) एक साथ बैठा है. हम सब मिलकर एक साथ बीजेपी को हटाने का काम करेंगे.
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