नोएडा : आम आदमी पार्टी (आप) की जन अधिकार यात्रा में शनिवार को वरिष्ठ राजनेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि हमारे देश में यह परंपरा नहीं है कि जो दोषी हो उसे चौराहे पर खड़ा कर के मारा जाए. हमारे देश में वोट के माध्यम से उन लोगों को दंडित किया जाएगा जिन्होंने जनता से झूठ बोला. इस यात्रा में भाजपा की नीतियों के विरोधी यशवंत सिन्हा और शत्रुघ्न सिन्हा की मौजूदगी ने कुछ नए राजनीतिक समीकरणों का भी संकेत दिया.
2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली की सातों सीटों के अलावा आप की नजर चार पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर भी है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नोएडा के सेक्टर-46 में जन अधिकार यात्रा के जरिए भी अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की.
शत्रुघ्न सिन्हा ने भी नोटबंदी और जीएसटी को असफल करार दिया. उन्होंने कहा, मैं न अरविंद केजरीवाल जैसा काबिल हूं, न यशवंत सिन्हा जैसा स्टेट्समैन हूं और न ही मेरा 56 इंच का सीना है. उन्होंने आगे कहा, ‘नोटबंदी से नहीं उबरे तो आपने जीएसटी लगा दिया. जीएसटी हमें नहीं समझ आ रहा तो आम जनता को क्या आएगा. देखा जाए तो अच्छे दिन का ठेका फेल हो गया है. मैं भारतीय जनता पार्टी से पहले भारत की जनता का सेवक हूं.
इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने रैली में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं जानता से पूछता चाहता हूं कि क्या यशवंत सिन्हा जी को चुनाव लड़ना चाहिए?’ जनता ने कहा ‘हां लड़ना चाहिए’.
टिप्पणियां जहां तक बात आम आदमी पार्टी की है तो दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और आम आदमी पार्टी दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए कुल 7 सीटों में से 5 पर अपने प्रभारी नियुक्त कर चुकी है और माना जा रहा है कि यह पांच प्रभारी ही असल में 5 उम्मीदवार हैं जो चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं.
ऐसे में 2 सीटों पर अभी तक आम आदमी पार्टी ने प्रभारी की घोषणा नहीं की है ये हैं नई दिल्ली और पश्चिमी दिल्ली. अभी तक कि पार्टी की रणनीति के अनुसार AAP देश मे 80-100 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है जिसमें दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की सभी लोकसभा सीटें शामिल हैं.
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