राम रहीम को राजद्रोह के केस से बचा रही है खट्टर सरकार ? डेरा की तरफ से सफाई देने की तैयारी !

नई दिल्ली : गुरमीत सिंह उर्फ राम रहीम के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा चलाने के पूरे सबूत हैं. डेरे में पुराने नोट करेंसी, वन्य प्राणी, सुरंग, एके 47 के खाली बाक्स, ओबी वैन और वाकी टाकी समेत कई ऐसी चीजें मिली हैं, जिनके आधार पर हरियाणा की बीजेपी सरकार चाहे तो बाबा पर देश द्रोह का केस बना सकती है. लेकिन सरकार फिलहाल डेरा समर्थकों को नाराज़ करने के मूड में नहीं है.

डेरा सच्चा सौदा में सर्च ऑपरेशन पूरा होने के बाद इस मामले में लगी दस टीमों ने रिपोर्ट बनाने का काम शुरू कर दिया है. दस टीमों द्वारा अपनी रिपोर्ट कोर्ट कमिश्नर को सौंपी जाएगी. उसके बाद सभी रिपोर्ट का मिलान करके एक विस्तृत रिपोर्ट बनाई जाएगी.

इसे हाईकोर्ट में दायर किया जाएगा. कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार ने मीडिया से हुई अनौपचारिक बातचीत में खुलासा किया कि डेरे में सर्च का काम दस टीमों को बनाकर किया गया है. उन्होंने दसों टीमों द्वारा अपनी-अपनी सर्च रिपोर्ट तैयार की जा रही है. यह रिपोर्ट एक-दो दिन में आ जाएगी. दस टीमों की अलग-अलग रिपोर्ट के आधार एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी.

इस बीच खबर मिली है कि डेरा सच्चा सौदा की इमेज खराब होने से बचाने केलिए राज्य सरकार जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक कर सकती है जबकि हाईकोर्ट में यह रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में देने का आदेश दिया है. लेकिन राज्य सरकार इसे पब्लिक डोमिन पर इसलिए डाल सकती है, ताकि लोगों में यह संदेश जाए कि ऐसा कुछ नहीं मिला, जिस तरह की आशंका जताई जा रही थी. उस रिपोर्ट को सीलबंद लिफाफे में हाईकोर्ट में दाखिल किया जाएगा. उन्होंने डेरे में खुदाई न किए जाने के संबंध में कहा कि यह अदालत का अधिकार क्षेत्र है कि वह खुदाई करवाना चाहती है अथवा नहीं.
इस संबंध में अगर कोई निर्देश मिलता है तो कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट में इन तथ्यों का भी जिक्र रहेगा कि डेरे की कहां और कितनी प्रापर्टी है और उसके कितने मालिक हैं. सैकड़ों लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी प्रापर्टी डेरे के नाम कर दी, लेकिन अब खुद वह तंगहाली की जिंदगी जी रहे हैं.

उधर मेडिकल जांच में ये भी साबित हो गया है कि गुरमीत राम रहीम को कोई पुरानी बीमारी नही है. न तो उन्हें डायबिटीज है न कोई और बीमारी. जेल में बंद गुरमीत ने मधुमेह के अलावा स्वास्थ्य संबंधी दूसरी परेशानियां भी बताई थीं. इसके बाद प्रशासन ने डॉक्टरों की एक टीम बुलाई. बीते शनिवार को डॉक्टरों की टीम उसकी जांच के लिए जेल पहुंची. इस टीम में मनोचिकित्सक भी थे. राम रहीम की जांच करने वाले एक डॉक्टर ने कहा है कि गुरमीत को जेल में हो रही बेचैनी का कुछ और कारण है.

उधर मीडिया ने अपुष्ट सूत्रों के हवाले से ये खबर दी कि बाबा राम रहीम को सैक्स की लत है इसलिए वो बेचैनी का शिकार हैं. इसका इलाज हो सकता है, लेकिन देर हुई तो समस्या गंभीर हो सकती है.