आखिर क्यों देना पड़ी निर्मला सीतारमण को सफाई, कहा- देश के पास हथियारों की कमी नहीं

बाड़मेर: डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय सेनाएं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. रविवार (10 सितंबर) को एक दिवसीय बाड़मेर दौरे पर आईं डिफेंस मिनिस्टर ने पश्चिमी सीमा के उत्तरलाई वायुसेना स्टेशन पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि यह चुनना सही नहीं होगा कि भारत को पाकिस्तान और चीन में से बड़ा खतरा किससे है.

उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ इतना ही कहूंगी कि भारत हरस्थिति से निपटने के लिये तैयार है.’ थल सेना प्रमुख के हालिया बयान पर टिप्पणी करने से इंकार करते हुए रक्षामंत्री ने कहा कि वे युद् के बारे में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहेगी, जिसमें उन्होंने देश को दोनों मोर्चों- पाकिस्तान और चीन से युद्ध के लिये तैयार रहने की बात कही है. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता रहेगी कि सैन्य तैयारियों में कोई कमी नहीं रहे और भारतीय सेना को और ज्यादा मजबूती प्रदान करने की दिशा में हरसंभव कदम उठाए जायेंगे.

हालिया कैग रिपोर्ट को खारिज करते हुए डिफेंस मिनिस्टर ने कहा कि यह गलत तथ्य है और इस पर चर्चा करना अनावश्यक होगा, जिसमें सेनाओं के पास युद् की स्थिति में मात्र दस दिन के लिये गोलाबारूद होने की बात कही गई थी. उन्होंने कहा कि रक्षामंत्री का पदभार संभालने के बाद उन्होंने इस मामले में वरिष्ठ सैन्य अफसरों, विशेषज्ञों से चर्चा की है. उन्होंने कहा कि सेना के लिये हथियारों और संसाधनों की खरीद एक सामान्य प्रक्रिया है. उन्होंने दावा किया कि भारतीय सेना के पास हथियारों की कोई कमी नहीं है.

उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस ने भी कई दुर्घटना गठित होने से पहले आतंकवादियों को रोका है. पाकिस्तान की ओर से कश्मीर मामले से बातचीत की पेशकश से जुड़े सवाल के जवाब में रक्षामंत्री ने कहा कि इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय अपना पक्ष स्पष्ट कर चुका है. उन्होंने कहा कि सैन्य जरूरतों और अन्य जरूरी निर्णयों के लिये वे प्रतिदिन दस बजे तीनों सेना प्रमुखों के साथ मुलकात करेगी. उत्तरलाई वायुसेना स्टेशन की तारीफ करते हुए डिफेंस मिनिस्टर ने कहा कि इस वायुसेना स्टेशन ने देश को कई मौके पर जीत दिलाई है और इतिहास बहुत ही गौरवशाली रहा है. उत्तरलाई वायुसेना स्टेशन की जरूरतों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जायेगा.