पांच लाइनों में जाने अजय सिंह नेगी उर्फ योगी आदित्यनाथ का पूरा व्यक्तित्व

नई दिल्ली: योगी आदित्यनाथ को समझना है तो ज्यादा लंबी चौड़ी जीवनियां पढ़ने की ज़रूरत नहीं है. इन पांच बयानों से आप अच्छी तरह समझ सकते हैं कि यूपी के नए सीएम का रुख क्या रहने वाला है. योगी के पूरे राजनीतिक व्यक्तित्व को समझने के लिए इन लाइनों को पढ़ें. ये लाइनें कुछ और नहीं योगी के पांच बयान है . इन बयानों से आप जान सकते हैं कि योगी की सोच क्या है और उनके विचार कैसे हैं.

  1. ‘अल्पसंख्यकों की संख्या जहां अधिक वहां दंगे’: अगस्त 2014 में योगी ने कहा कि जहां भी उनकी संख्या 10 फीसदी से ज्यादा है वहां दंगे होते हैं जबकि जहां उनकी संख्या 35 फीसदी से ज्यादा है वहां गैर मुस्लिमों के लिए जगह नहीं है.
  2. ‘पश्चिमी यूपी को कश्मीर नहीं बनने देंगे’ : योगी फरवरी 2017 में आदित्यनाथ ने यूपी चुनाव के समय कैराना में हिंदुओं के पलायन का मुद्दा उठा ‘धार्मिक कार्ड’ खेलने की कोशिश की. योगी ने कहा कि बीजेपी पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दूसरा कश्मीर नहीं बनने देगी.
  3. ‘ईसाईकरण’ की साजिश का हिस्सा थीं मदर टेरेसा: जून 2016 में योगी आदित्यनाथ ने मदर टेरेसा को लेकर विवादित टिप्पणी की. गोरखपुर में योगी ने कहा था, ‘मदर टेरेसा जैसे लोग कभी भारत का ईसाईकरण करने का काम करते हैं तो कभी फादर बनकर यही लोग हिंदुओं को दफनाने की साजिश रचते हैं.’
  4. ‘जिन्हें सूर्य नमस्कार से आपत्ति है, वे समुद्र में डूब जाएं’: जून 2015 में आदित्यनाथ ने कहा था, ‘योग को ऋषियों ने आगे बढ़ाया. हिंदुस्तान में महादेव का वास है. जिन्हें योग से कोई समस्या है, वे हिंदुस्तान छोड़कर जा सकते हैं.’ योगी यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि जिन्हें सूर्य को नमस्कार करने से आपत्ति है, उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिए.
  5. शाहरुख की तुलना हाफिज सईद से : नवंबर 2015 में योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख खान की तुलना आतंकी हाफिज सईद से कर दी. योगी आदित्यनाथ ने शाहरुख पर आपत्तिजनक बयान देते हुए कहा था- ‘शाहरुख को समझना चाहिए कि अगर एक बड़ी आबादी ने फिल्म देखना बंद किया, तो शाहरुख सड़क पर आ जाएंगे. शाहरुख और आतंकी हाफिज सईद के बयान एक जैसे हैं.’