त्रिपुरा में हिंसा जारी, लेनिन की एक और प्रतिमा तोड़ी, बीजेपी बोली- पता नहीं किसने किया

नई दिल्ली :  त्रिपुरा में तीसरा दिन है . कानून व्यवस्था ठप है. पूरे राज्य में हिंसा चल रही है. चुन चुन कर एक खास राजनीतिक दल के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. राज्य में लेनिन की एक और मूर्ति तोड़ दी गई है. बेलोनिया में लेनिन की विशाल मूर्ति पर बुलडोजर चलाने के बाद अब सबरूम में ये घटना हुई है.

किसी राज्य में जब कानून व्यवस्था के हालात बिगड़ते हैं तो राज्यपाल शासन लागू हो जाता है अब राज्यपाल के शासन में ये सब हो रहा है तो किसे दोष दिया जाए.

देशभर में मूर्ति तोड़ने की घटना की आलोचना के बीच मंगलवार को दक्षिण त्रिपुरा के सबरूम मोटर स्टैंड इलाके में लेनिन की एक और मूर्ति तोड़े जाने की घटना सामने आई है. शनिवार को राज्य में बीजेपी की सरकार आने के बाद से ही वामपंथी नेताओं और उनके प्रतीकों पर हमले किए जा रहे हैं.

बता दें कि त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के बाद से आगजनी, मारपीट, तोड़-फोड़, झड़प और हिंसा का दौर शुरू हो गया है. एक तरफ CPI(M) इस हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है, तो दूसरी ओर बीजेपी ने कहा है कि हिंसा का सहारा लेना उसकी परंपरा नहीं है.

हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर त्रिपुरा के कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है. साउथ त्रिपुरा डिस्ट्रिक्ट के बेलोनिया सबडिविज़न में बुलडोजर की मदद से व्लादिमिर लेनिन की मूर्ति को ढहा दिया गया था. जिसका समर्थन करते हुए त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने ट्वीट किया कि लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार जो कर सकती है, उसे दूसरी चुनी हुई सरकार खत्म भी कर सकती है.

वहीं, CPI(M) नेता सीताराम येचुरी ने हिंसा का विरोध करते हुए कहा कि जो हिंसा हो रही है, उससे स्पष्ट है कि RSS-BJP कैसे संगठन हैं. हिंसा के अलावा उनका राजनीतिक भविष्य कुछ नहीं है और जनता इसका जवाब देगी.