करणी सेना से सावधान, यात्रा पर जाना हो या घर से बाहर सोच समझकर निकलें

नई दिल्ली:  अगर आप कही यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं या घर से बाहर किसी काम से घर के बाहर जाने वाले हैं. तो सावधान होकर निकलें. पद्मावत को लेकर देश भर में बवाल हो रहा है. आग सभी जगह पहुंच गई है और आज दिल्ली मे भी करणी सेना ने तोड़फोड़ की. दिल्ली नोएडा डायरेक्ट यानी डीएनडी पर सारे बूथ के शीशे और कम्प्यूटर तोड़ दिए. बड़ी संख्या में करणी सेना के लोग डीएनडी पहुंचे और बिना पूर्व सूचना के तोडॉफोड़ शुरू कर दी. इसके कारण पूरा डीएनडी पर ट्रैफ़िक जाम हो गया .काफ़ी देर तक ये जाम रहा .  मामले में पुलिस ने करनी सेना के कुछ लोगों को पकड़ा है .

ऊधर दूसरी तरफ कल दिल्ली-अजमेर हाईवे पर शनिवार रात 8 बजे करणी सेना के लोगों ने टायर जलाकर करीबन आधा घंटा हाईवे जाम कर दिया। इन युवकों ने करणी सेना जिंदाबाद के नारे लगाए। आस-पास लोगों के अनुसार एकाएक 8-10 युवक हाईवे पर पहुंच चिल्लाने लगे। वे फिल्म पद्मावत के सिनेमाघरों में रिलीज को लेकर विरोध कर रहे थे।

उधर, कालवाड़ रोड पर भी अपराह्न तीन बजे कुछ युवकों ने विरोध प्रदर्शन करने का प्रयास किया था। बाद में शाम 7.30 बजे कुछ युवकों ने बीच सड़क टायर फेंक आग लगा दी। वहां खड़े ट्रकों की हवा निकाल दी। उन्होंने रास्ता रोकने का भी प्रयास किया। वे पद्मावत के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शन करीब 25 मिनट चला फिर वे युवक वहां से गायब हो गए।

उधर मध्यप्रदेश के रतला में जौरा में सेंट पॉल कॉन्वें ट स्कूरल में ‘घूमर…’ गाने पर बच्चे  डांस परफॉर्मेंस कर रहे थे, इसी दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने गाने का विरोध करते हुए उत्पाटत मचाना शुरू कर दिया. कार्यकर्ताओं ने कुर्सियां तोड़ दी और साउंड सिस्टाम को तहस-नहस कर दिया. पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली ने राजपूत करणी सेना और अन्य राजपूत संगठनों को फिल्म ‘पद्मावत’ देखने के लिए आमंत्रित किया है. संगठन के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कल्वी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि ‘पद्मावत’ की रिलीज डेट निश्चित होने के बाद उन्हें फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किए जाने से स्पष्ट हो गया कि यह एक सुनियोजित चाल है. कल्वी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस फिल्म को प्रतिबंधित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि फिल्म की रिलीज नहीं रुकने की स्थिति में 24 जनवरी को जौहर करने के लिए 1908 क्षत्रिय महिलाओं ने पंजीकरण कराया है.