तो क्या अमेरिका की जगह चीन बन जाएगा वर्ल्ड लीडर, पहले ही नंबर -2 बन चुका है अमेरिका

पेइचिंग: क्या आने वाले समय में वर्ल्ड लीडर की कमांड अमेरिका के हाथ से चीन के पास जाने वाली है? क्या ओबामा के बाद अमेरिका वर्ल्ड पावर का दर्जा खोकर दूसरे देशों की तरह सिर्फ अपने बारे में सोचने वाला देश बनने वाला है. जी हां अमेरिका के नए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ‘अमेरिका फर्स्ट’ का मंत्र जप रहे हैं और इसका मतलब यही है ट्रंप चाहते हैं कि अमेरिका खुद परध्यान दे. इसबीच चीन ने कह दिया है कि वो वर्ल्ड लीडर की कमान संभाल सकता है.. चीन के एक वरिष्ठ राजनयिक ने कहा है कि चीन दुनिया का नेतृत्व नहीं करना चाहता, लेकिन यदि इस स्थान से दूसरे देश हटते हैं तो दुनिया की सबसे बड़ी अर्थ व्यवस्था चीन को जिम्मेदारी लेनी होगी. गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद अपने पहले भाषण में केवल अमेरिका पर ही बात की.
चीनी विदेश मंत्रालय में इंटनैशनल इकनॉमिक्स डिपार्टमेंट के डायरेक्टर जनरल जांग-जू ने सोमवार को कुछ विदेशी पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान यह बयान दिया. पत्रकार उनसे राष्ट्रपति शी चिनफिंग की स्विट्जरलैंड यात्रा के बारे में पूछ रहे थे. दावोस में हुए वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में शी ने चीन को ग्लोबल दुनिया के लीडर के रूप में पेश किया.
ट्रंप के शपथ से कुछ दिनों पहले शी ने दूसरे देशों से अलगाववाद खत्म करने की अपील की. इसे भी इस बात का संकेत समझा जा रहा है कि पेइचिंग दुनिया में बड़ी भूमिका निभाने को इच्छुक है. जांग ने इस मुद्दे पर कहा, ‘यदि सब लोग यह कह रहे हैं कि चीन दुनिया का नेतृत्व कर रहा है, मैं कहूंगा कि चीन आगे की ओर नहीं बढ़ रहा है, लेकिन दौड़ में आगे रहने वाले पीछे हट रहे हैं और चीन के लिए स्थान छोड़ रहे हैं. यदि चीन को नेतृत्व करना पड़ा तो यह जिम्मेदारी उठाने को तैयार है.’
शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले ट्रंप राष्ट्रवादी हैं और अमेरिका के हितों पर केंद्रित हैं. वह अमेरिका को पहली प्राथमिकता देने की बात करते हैं. जांग ने कहा कि चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और दूसरे देश अपनी आर्थिक तरक्की के लिए इस पर आश्रित हैं. उन्होंने कहा, ‘हमें अभी भी उम्मीद है कि अमेरिका और पश्चिमी देश दुनिया की अर्थव्यवस्था की रिकवरी में बड़ी भूमिका निभाएंगे. हमने ट्रंप की घोषणा सुनी है कि अमेरिका 4 पर्सेंट की तरक्की को हासिल करेगा और वह इससे संतुष्ट हैं.’