दिल्ली में किसानों ने मूत्र पिया, कल मल खाने की दी चेतावनी, मोदी सरकार की नींद नहीं टूटी

नई दिल्ली: एक तरफ चुनाव चिन्ह पाने के लिए लोग करोड़ों रुपये की घूसखोरी चल रही है तो दूसरी तरफ उसी तमिलनाडु के किसान प्रदर्शन में त्याग की सारी सीमाएं लांघ रहे हैं. आज शनिवार को अपना विरोध जताने के लिए इन किसानों ने खुद का पेशाब पिया. अब मोदी सरकार इसके बाद भी किसानों की नहीं सुनती तो वो रविवार को मानव मल खाकर प्रदर्शन करेंगे. गौरतलब है कि तमिलनाडु के किसान केंद्र से कर्जमाफी और वित्तीय सहायता की मांग के साथ धरने पर बैठे हैं. सूखे के कारण उनकी फसल मारी गई है. इन किसानों की मांग है कि सरकार उनके लिए सूखा राहत पैकेज जारी करे.

किसान जंतर-मंतर में प्लास्टिक की बोतलों में मूत्र के साथ सामने आए. इससे पहले, नैशनल साउथ इंडियन रिवर लिंकिंग फॉर्मर्स असोसिएशन के राज्य अध्यक्ष पी अय्याकनकु ने कहा, ‘तमिलनाडु में पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा और प्रधानमंत्री मोदी हमारी प्यास की अनदेखी कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि मोदी सरकार हमें इंसान ही नहीं समझती है.’

बता दें कि सरकार और प्रशासन का ध्यान अपनी बदहाली की ओर खींचने के लिए गले में मानव खोपड़ी पहनने से लेकर सड़क पर सांभर-चावल और मरे हुए सांप-चूहे खाकर इन किसानों ने अपना विरोध जाहिर किया. ये किसान निर्वस्त्र भी हो चुके हैं. किसानों ने साउथ ब्लॉक में प्रधानमंत्री दफ्तर के सामने सड़क पर न्यूड होकर प्रदर्शन किया था.