बकवास निकली मिट्टी घोटाले की बात,क्या माफी मांगेगी बीजेपी?

पटना:  बिहार का मिट्टी घोटाला भी बीजेपी का एक पब्लिसिटी स्टंट ही निकला. प्रदेश के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बयान दिया है कि सूबे में कोई मिट्टी घोटाले के आरोप निराधार हैं और ऐसा कोई घोटाला हुआ ही नहीं.

बिहार बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी ने चार अप्रैल को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर अस्सी लाख रुपए का मिट्टी घोटाला करने का आरोप लगाया था.

तब पटना में बन रहे एक मॉल की मिट्टी को संजय गांधी जैविक उद्यान यानी पटना ज़ू को सप्लाई करने के आरोप सुशील मोदी ने लगाए थे.

गौरतलब है कि पटना ज़ू वन एवं पर्यावरण विभाग के मातहत काम करता है और इस विभाग के मंत्री लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव हैं.

आरोपों के बाद मुख्य सचिव ने इसकी जांच की बात कही थी.

इस संबंध में उन्होंने शनिवार को बीबीसी को फ़ोन पर बताया, ”मैंने इस मिट्टी ख़रीद के संबंध में वन विभाग से फ़ाइल मंगाई थी. इसमें यह तथ्य सामने आया है कि केवल नौ लाख की मिट्टी की खरीद की गई है.

मिट्टी की ढुलाई और इससे जुड़ी मजूदरी पर कुल मिलाकर चालीस लाख रुपये खर्च हुए हैं. इस खरीद में पूरी तरह से विभागीय प्रक्रियाओं का पालन किया गया. फ़ाइल के तथ्यों के हिसाब से अस्सी लाख रुपये के घोटाले जैसी कोई बात सामने नहीं आई है.”

अंजनी कुमार ने आगे बताया, ”मैंने इन तथ्यों के बाद दो चीजें देखने को कहा है. पहला ये कि सही क्वालिटी की मिट्टी की सप्लाई की गई या नहीं और दूसरा यह कि ठेकेदार ने जिन जगहों की मिट्टी देने की बात कही है, वे सही हैं या नहीं.”

अंजनी कुमार सिंह ने यह साफ किया कि मिट्टी उस निर्माणाधीन मॉल से नहीं खरीदी गई, जिसके बारे में सुशील मोदी ने आरोप लगाए थे.

इस महीने के शुरू में मिट्टी घोटाले के आरापों के बाद लालू यादव ने भी प्रेस-कांफ्रेंस कर इन आरोपों को खारिज किया था.

मुख्य सचिव के इस ‘क्लीन-चिट’ पर सुशील मोदी ने आज कोई प्रतिक्रिया देने से इंकार किया. बल्कि उन्होंने प्रेस-कांफ्रेंस कर लालू परिवार पर एक नया आरोप लगाया.