डेरा सच्चा सौदा की तलाशी शुरू, अंदर घुसी टीम, ऐसा है अबतक का सबसे बड़ा तलाशी अभियान

सिरसा : यहां डेरा सच्‍चा सौदा में तलाशी अभियान अब शुक्रवार सुबह शुरू हो गया. सर्च अॉपरेशन के लिए अर्द्ध सैनिक बलों और पुलिस की टीमें डेरे के अंदर गईं. सर्च ऑपरेशन के लिए 50 टीमें गठित की गई हैं. इसके अलावा 10 टीमों को रिजर्व रखा गया है. सेना की चार कंपनियां डेरा के बाहर सुरक्षा को संभाल रही हैं. हाई कोर्ट द्वारा नियुक्त कोर्ट कमिश्नर रिटायर्ड जज एकेएस पंवार के पहुंचेन के बाद करीब सवा सात बजे आॅपरेशन शुरू हुआ. इससे पहने कोर्ट कमिश्‍नर ने कल सर्च ऑपरेशन को लेकर अधिकारियां के साथ बैठक कर रणनीति बनाई थी.

सर्च आॅपरेशन की कमान जम्‍मू-कश्‍मीर में पत्‍थरबाजों से निपटने में माहिर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षित जवान संभाल रहे हैं. डेरा में पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों के जवान सबसे पहले बुलेटप्रूफ गाडि़यों में गए. पूरी कार्रवाई पर हेलीकाप्‍टर से नजर रखी जाएगी. सर्च ऑपरेशन नए और पुराने डेरा दोनों में चलेगा. पहले नए डेरे में सर्च ऑपरेशन शुरू हुआ. इसके बाद पुराने डेरे में सर्च अभियान चलाया जाएगा.  सबसे पहले डेरे में अर्द्ध सैनिक बल के जवान दाखिल हुए. इसके बाद स्वैट कमांडो घुसे औरफिर हरियाणा पुलिस के जवान डेरे के अंदर गए.

कई सेक्‍टरों में बांटा

सर्च अॉपरेशन के लिए डेरे के क्षेत्र को कई सेक्‍टरों में बांटा गया है. प्रत्येक सेक्टर के लिए अलग-अलग डयूटी मजिस्ट्रेट व सर्च टीम लगाई गई है. एक टीम में 60 सदस्य हैं. प्रत्येक टीम के साथ एक जनप्रतिनिधि व बैंक अधिकारी भी मौजूद हैं. सर्च अभियान की पूरी वीडियोग्राफी हो रही है. सुरक्षा पुख्ता करने के लिए घुड़सवार पुलिसकर्मी भी तैनात हैं.

छह एसपी शामिल 

डेरे में सर्च आॅपरेशन में छह पुलिस अधीक्षक भी मौजूद हैं. ये हैं सिरसा के पुलिस अधीक्षक अश्विन शैणवी, फतेहाबाद के एसपी कुलदीप सिंह, जींद के एसपी डॉ. अरुण सिंह, भिवानी के एसपी सुरेंद्र भौरिया के अलावा गुडग़ांव के डीसीपी दीपक गहलावत और फरीदाबाद के डीसीपी वीरेंद्र विज.

क्रेन व जेसीबी भी मंगवाई

प्रशासन की ओर से सर्च अभियान के लिए क्रेन व जेसीबी भी मंगवाई गई है. अभियान के दौरान डेरे में अगर किसी चीज को खोदने या तोडऩे की जरूरत पड़ी तो जेसीबी की मदद ली जाएगी. इसके अलावा किसी चीज को नीचे उतारने, ऊपर भिजवाने या एक स्थान से उठाकर दूसरे स्थान पर रखने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया जाएगा.

पूरे राज्‍य में अलर्ट

डेरा में चल रहे सर्च ऑपरेशन के मद्देनजर पूरे हरियाणा अलर्ट किया गया है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में मौजूद अर्द्धसैनिक बलों के साथ सभी संवेदनशील जिलों में पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है.   डीजीपी बीएस संधू ने अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर हालात का जायजा लिया है. उन्होंने सर्च आपरेशन शुरू करने से पहले प्रदेश में अलर्ट घोषित करने का निर्देश दिया.

दूसरी ओर, संभावना जताई जा रही है कि सिरसा और अासपास के जिलों में इंटरनेट सेवा खासकर मोबाइल इंटरनेट सेवा फिलहाल बंद की जा सकती है. हालांकि, इस बारे में अभी प्रशासन की ओर कुछ नहीं कहा गया है. यह कदम किसी तरह की अफवाह को रोकने के मद्देनजर उठाने जाने की संभावना है.

हाईकोर्ट द्वारा नियुक्‍त कोर्ट कमिश्‍नर एकेएस पंवार बृहस्‍पतिवार काे दोपहर बाद सिरसा पहुंचे. उन्‍होंने प्रशासनिक और पुलिस अफसरों के साथ बैठक की. उन्‍होंने अर्द्ध सैनिक बलों और सेना के अफसरों के साथ भी बैठक की. इन बैठकों में डेरा सच्‍चा सौदा में सर्च अॉपरेशन की रणनीति बनाई गई.

बुलेट प्रूफ गाडिय़ों से अंदर घुसे जवान

सर्च अभियान के लिए 60 टीमें तैयार की गई हैं, जिनमें से 50 टीमें सर्च ऑपरेशन कर रही हैं और 10 को वैकल्पिक के तौर पर रखा जाएगा. इसके अलावा पुलिस ने बुलेट प्रूफ गाडिय़ों का इंतजाम किया है. सबसे पहले जवान बुलेटप्रूफ वाहन में अंदर दाखिल हुए पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा नियुक्त कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार के निर्देश पर हरियाणा पुलिस और अर्द्धसैनिक बल नए और पुराने दोनों डेरों को खंगाल रहे हैं.

हथियार लेकर लोगों के छिपे होने की आशंका

डेरा प्रबंधन से जुड़े 157 लोगों के पास लाइसेंसी हथियार हैं. इनमें से करीब 120 लोगों ने अपने हथियार जमा करा दिए. पुलिस को आशंका है कि बाकी 37 लोग डेरे के भीतर कहीं छिपे हो सकते हैं. डेरा प्रबंधन ने हालांकि सर्च अभियान में हर तरह का सहयोग देने और डेरे के भीतर किसी हथियारबंद के नहीं होने का दावा किया है, लेकिन पुलिस को आशंका है कि सर्च अभियान के दौरान डेरे के भीतर से हमला हो सकता है. लिहाजा इस स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी के साथ पुलिस व अर्द्धसैनिक बल भीतर घुसेंगे. यहां अर्द्धसैनिक बलों की 48 कंपनियां तैनात हैं. हर कंपनी में 100 जवान होते हैं.

जमीन से ढूंढ निकालेंगे विस्फोटक व नर कंकाल

हरियाणा पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों ने सर्च अभियान के तहत ऐसी तैयारी की है कि यदि जमीन के भीतर कुछ विस्फोटक अथवा नरकंकाल छिपाए गए होंगे तो उन्हें भी खोज लिया जाएगा. इसके लिए विशेष प्रशिक्षित स्टाफ व बम निरोधक दस्ते से जुड़े उपकरण मंगवाए गए हैं. बम निरोधक दस्ते में कई दर्जन विशेषज्ञ शामिल हैं. मेटल डिटेक्टर भी बड़े स्तर पर मंगवाए गए हैं.

मीडिया को दूर रखने की तैयारी

जिला प्रशासन डेरा के सर्च अभियान के दौरान मीडियाकर्मियों को डेरे के पास नहीं जाने जा रहा है. उन्हें दोनों डेरों से दूर पुलिस नाकों पर रोक लिया गया. पुलिस प्रवक्ता ने मीडिया कर्मियों को शाह सतनाम चौकी तक ही रहने को कहा है. उनका कहना है कि प्रशासन के आदेश मीडिया कर्मियों के लिए यहीं तक रहने के हैं. इससे आगे नहीं जाने दिया जाएगा.

सिरसा में सेना के जवान अभी भी तैनात हैं. सेना के जवान डेरा की तलाशी में शामिल नहीं हैं. उन्‍हें मुसीबत में इस्तेमाल करने के लिए रखा गया है. यहां सेना की चार कंपनियां तैनात हैैं और डेरा सच्चा सौदा की ओर जाने वाली सड़क पर सेना का उनका पहरा है. सीआरपीएफ एसएसबी की टुकडिय़ां भी डेरे के पास तैनात किया हैं.

तलाशी अभियान शुरू होने से बुधवार को पहले डेरा सच्चा सौदा के गैस सिलेंडर हटाए गए. प्रशासन के आदेश के बाद  डीएफएससी की टीम डेरा सच्चा सौदा पहुंची और डेरे से गैस सिलेंडर बाहर निकालने का काम शुरू किया. डेरे में  150 से अधिक गैस सिलेंडर होने की सूचना प्रशासन के पास पहुंची थी. ये डेरे की विभिन्न कैंटीन व अन्य कार्यों में प्रयुक्त किए जाते थे.

पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के अनुसार सर्च ऑपरेशन में अर्द्ध सैनिक बलों, पुलिस,  ड्यूटी मजिस्ट्रेट, राजस्व अधिकारी, कमांडो स्वैट, डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते शामिल हैं. र्च अभियान की वीडियोग्राफी कराई जा रही है. इसके लिए 60 फोटोग्राफरों को लगाया गया है.  सर्च अभियान रात मं भी चलने की संभावना है और इसके मद्देनजर बड़े जेनरेटर सेट की व्यवस्था की गई है. 20 ट्रैक्टर ट्रालियों की व्यवस्था की गई है.

ताले खोलने के लिए 22 लोहारों की टीम

प्रशासन ने 60 लोहार काे भी बुलाया है और वे सर्च ऑपरेशन कर रही प्रत्येक टीम में शामिल हैं. कमिश्नर नियुक्त किए गए रिटायर्ड सेशन जज की देखरेख में डेरे के सभी गुप्त ताले तोड़े जाएंगे. डेरे में गुफा और कई गुप्त कमरे होने की चर्चा सालों से है.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, डेरा प्रेमी फिलहाल शांत बैठे हैं लेकिन पुलिस उन्‍हें हल्के में नहीं ले रही है. पुलिस को आशंका है कि डेरे में सर्च अभियान चलाने के लिए घुसने वाले दस्ते पर पेट्रोल बम या अन्य विस्फोटक से हमला हो सकता है. पुलिस को जमीन के भीतर माइन से हमला होने का भी संदेह है. इसलिए मधुबन स्थित अन्य रेंज पर हमेशा तैनात रहने वाले बम निरोधक दस्ते बुलाए गए हैं.

डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय करीब 700 एकड़ में फैसला है. इस विशाल परिसर में कई संस्थान भी संचालित हैैं. परिसर के बाहर भी कुछ संस्थान है. हरियाणा में डेरा मुख्यालय और अन्य डेरा व नाम चर्चा घर मिलाकर कुल 134 परिसर हैं.