भारत के खिलाफ पाकिस्तान कर रहा है गंदी तैयारी, सीमा पार सेना का बड़ा जमाव

राजौरी : भारत पाकिस्तान सीमा पर आजकल तूफान से पहले की शांति है. न तो बॉर्डर पार से कोई घुसपैठ हुई न गोली चली. लेकिन इस शांति को स्थायी समझना एक भूल है. अंदरूनी खबर है कि पाकिस्तान किसी बड़े हमले की तैयारी कर रहा है इसीलिए यहां शांति है. माना जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना शांति की अड़ में क्षतिग्रस्त हुए अपने बंकरों को ठीक करने के कार्य में जुटी हुई है और इसके साथ अतिरिक्त संख्या में जवानों को सीमा पर तैनात किया जा रहा है.

इतना ही नहीं पाकिस्तानी सेना ने इन्फेंट्री को  भी सीमा पर तैनात कर दिया है. पाकिस्तानी सेना सीमा पर लड़ाई जैसी तैयारियों में जुटी हुई है. जागरण ने सूत्रों के हवालेसे खबर दी है कि पाकिस्तानी सेना अपनी सुरक्षा के प्रबंध पुख्ता करने के तुंरत बाद फिर से गोलाबारी शुरू कर देगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. पहले भी 15 अगस्त हो या 26 जनवरी, पाकिस्तानी सेना जमकर भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी करती रही है.

भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना का आइबी के साथ एलओसी पर भी काफी नुकसान हुआ है. पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों के साथ-साथ उसके कई बंकर भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. अब पाकिस्तानी सेना गोलाबारी बंद करके इन बंकरों व चौकियों को फिर से तैयार कर रही है, ताकि फिर से इन चौकियों व बंकरों से भारतीय सैन्य चौकियों के साथ साथ रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाया जा सके.

सीमा के करीब पहले से ही पाकिस्तानी सेना ने अपनी तोपों को तैनात कर रखा है, लेकिन अब इनको और आगे किया जा रहा है. गोलाबारी के दौरान इन तोपों को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाने में पाकिस्तानी सेना का नुकसान हो रहा था और भारतीय सेना द्वारा दागे जा रहे गोले सीधे पाकिस्तानी सेना के जवानों के ऊपर गिर रहे थे.

दो वर्षो के दौरान जम्मू कश्मीर में कानून एवं व्यवस्था, आतंकी घटनाओं और सीमा पर गोलीबारी में 196 लोग मारे गए हैं. इस अवधि में 363 आतंकी भी मारे गए हैं. यह जानकारी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने विधानसभा में नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अली मोहम्मद सागर के प्रश्न के लिखित जवाब में दी है.

जम्मू डिवीजन में 2016 में सीमा पार से गोलीबारी में 13 और 2017 में 11 लोगों की मौत हुई है. राज्य में 2016 में 82 और 2017 में 80 सुरक्षा बल के जवान व पुलिसकर्मी शहीद हुए है. 2016 में 117 विदेशी आतंकी, 33 स्थानीय आतंकी, 2017 में 127 विदेशी आतंकी और 86 स्थानीय आतंकी मारे गए. 2016 में 79 और 2017 में 97 संदिग्ध आतंकी पकड़े गए. महबूबा ने बताया कि राज्य में प्रभावित परिवारों को मुआवजे व नौकरियों देने के 474 मामले लंबित हैं. उन्होंने जानकारी दी कि कश्मीर के 11 जिलों व इलाकों में पिछले दो वर्षो के दौरान 188 बार कफ्र्यू लगाया गया.