पीएम चौकस होते तो भाग नहीं पाता ‘छोटा मोदी’, केन्द्र सरकार पर ये लोग कर रहे हैं शक

नई दिल्ली : नीरव मोदी ने पीएनबी को 11356 करोड़ का चूना लगाया तो इसके पीछे केन्द्र सरकार का खेल था . कम से कम विपक्ष का यही मानना है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घोटाले के लिए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिम्मेवदार ठहराया है तो वहीं, काफी समय से चुपचाप बैठे अरविंद केजरीवाल भी फुलफॉर्म में आते दिख रहे हैं. दिल्ली के सीएम केजरीवाल का कहना है कि यह घोटाला बिना केंद्र सरकार की रजामंदी के नहीं हो सकता है. बता दें कि पंजाब नेशनल बैंक में 11,356 करोड़ रुपये की गड़बड़ी का मामला सामने आया है. आरोप है कि अरबपति आभूषण कारोबारी नीरव मोदी (46) ने कथित रूप से बैंक की मुंबई शाखा से धोखाधड़ी वाला गारंटी पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य भारतीय ऋणदाताओं से विदेशी ऋण हासिल किया.

अब इस मुद्दे पर विपक्ष मुखर हो गया है. इस कड़ी में कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट करके केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है- ‘नीरव मोदी ने समझाया है कि भारत को कैसे लूटा जा सकता है. सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी को गले मिलो, दावोस में पीएम मोदी के साथ भी नजर आओ. राहुल ने लिखा कि देश के 12000 करोड़ रुपये चुराओ और विजय माल्या की तरह देश से पैसे लेकर भाग जाओ.’
वहीं, पीएनबी बैंकिंग घोटाले पर अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करके नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने बृहस्पतिवार दोपहर ट्वीट करके घोटाले में भाजपा सरकार की मिलीभगत की बात कही है. ट्वीट में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है- ‘क्या ये संभव है कि विजय माल्या या नीरव मोदी (वह) भारतीय जनता सरकार की मिलीभगत के बगैर देश से बाहर चले जाएं.’

केंद्र सरकार पर हमला करने से बच रहे आम आदमी पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल ने इस हमले से संदेश दिया है कि वह अब मुखर होंगे और भाजपा की केंद्र सरकार पर हमले तेज करेंगे. इसे भाजपा के बहाने नरेंद्र मोदी पर हमला माना जा रहा है. बता दें कि पिछले एक साल के दौरान केजरीवाल पीएम मोदी पर सीधा हमला करने से बच रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल के भाजपा सरकार पर कटाक्ष के कुछ देर बाद ही कांग्रेस पार्टी ने एक पत्रकार वार्ता कर केंद्र सरकार पर हमला बोला. पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के नाक के नीचे से नीरव मोदी और मेहुल चौकसे पूरे बैंकिंग सिस्टम को कैसे धोखा दे गए? इसके लिए उन्होंने फर्जी लेटर ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि ‘छोटा मोदी’ ने जो ये ऐतिहासिक बैंक घोटाला किया है उसके लिए कौन जिम्मेदार है?

इतना ही नहीं, सुरजेवाला ने कहा कि ये घोटाला 30 हजार करोड़ रुपये तक का है. रणदीप ने कहा कि 26 जुलाई 2016 को ही पीएम मोदी को उनके एक रिश्तेदार नीरव मोदी से जुड़े सारे पेपर्स सौंप दिए गए थे. इन पेपर्स में 42 एफआईआर भी शामिल थे.
सुरजेवाला की मानें तो पीएमओ ने इन पेपर्स को स्वीकार भी कर लिया और इसे कंपनियों के रजिस्ट्रार को भेज दिया गया ताकि मामले में ऐक्शन लिया जा सके. सुरजेवाला ने हमलावर स्वर में कहा कि इन सबके बावजूद सरकार अंत में कुछ नहीं कर पाई.

राहुल गांधी द्वारा पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी की पीएम मोदी के साथ आई फोटो को लेकर हमला करने पर केंद्र सरकार में मंत्री रवि शंकर ने पलटवार किया है. उन्होंने पत्रकार वार्ता कर सीधे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा नीरव मोदी को छोटा मोदी कहना निंदनीय है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस फोटो की राजनीति बंद करे.

रविशंकर ने कहा कि दावोस में हुए वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम के कार्यक्रम में नीरव मोदी की प्रधानमंत्री के साथ कोई मुलाकात नहीं हुई थी. नीरव मोदी अपने आप दावोस गए थे. उन्होंने खुलासा किया कि जिस फोटो को कांग्रेस के नेता दिखा रहे हैं वह फोटो सीआईआई की ज्वाइंट फोटोशूट की है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि घोटालेबाज का कद और पद कुछ भी हो उस पर कार्रवाई होगी.

वहीं, रविशंकर प्रसाद ने दावा किया राहुल गांधी के साथ भी नीरव मोदी की फोटो है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी नीरव मोदी के ज्वैलरी इवेंट में गए थे, इसलिए उन्हें फोटो की राजनीति बंद करनी चाहिए.
यहां पर बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दावोस (स्विट्जरलैंड) में नामी भारतीय कंपनियों के मुख्य कार्यपालकों (सीईओ) के समूह के साथ फोटो में शामिल है.