अब jio Money मेें ट्रांसफर हो सकेंगे Paytm के पैसे, सरकार ला रही है नया कानून

नई दिल्ली: अगर आपके पैसे पेटीएम में जमा हैं तो अब आप उन्हें आराम से दूसरे डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर कर पाएंगे.सरल शब्दों में कहें तो ये कि आपके पैसे अगर पेटीएम में जमा है तो आप उन्हें रूपे या जियो मनी में ट्रांस्फर कर सकते हैं. इतना ही नहीं आप पेटीएम में जमा अपने पैसे किसी दूसरे दोस्त को उधार भी दे सकेंगे भले ही वो पेटीएम पर न हो. सूत्रों के मुताबिक आरबीआई इसके लिए जरूरी तैयारियों में जुटा है और सबकुछ सटीक रहा तो मई माह के अंतिम सप्ताह से ही यह सुविधा ग्राहकों को मिलने लगेगी.

इसका एक तकनीकी पहलू ऐसा भी हो सकता है कि इसके लिए बैंक में खाता होने का कोई जरूरत ही नहीं पड़े. अगर ऐसा होता है तो फंड ट्रांसफर के मामले में देश में यह पहली सुविधा होगी जो बैंकिंग प्रक्षेत्र से बाहर होगी.

इसकेसाथ ही अब हर ई-वॉलेट ग्राहक को केवाईसी भरना होगा. एप डाउनलोडिंग के बाद ग्राहकों को आधार अथवा अन्य केवाईसी डॉक्यूमेंट अपलोड करने होंगे. केवाईसी कंप्लायेंस के बाद ही ई-वॉलेट ऑपरेटेबल हो सकेंगे. आरबीआई सूत्रों की मानें तो ई-वॉलेट कंपनियों के साथ इस दिशा में आरबीआई की उच्चस्तरीय तकनीकी और प्रबंधन टीम यूपीआई(यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस) फ्रेमवर्क साझा करने की दिशा में काम कर रही है.

अगरआपके पास पेटीएम का वॉलेट है और आप अपने मित्र को मोबीक्विक पर पैसे भेजना चाहते हैं तो बिना किसी परेशानी के ऐसा कर सकेंगे. पहले दोनों को एक कंपनी के वॉलेट प्लेटफार्म पर आना पड़ता था.

नोटबंदीके बाद फोनपे, मोबीक्विक, फ्रीचार्ज, जियोमनी, पेटीएम समेत करीब एक दर्जन से अधिक डिजिटल वॉलेट का कारोबार कई गुना बढ़ा है. परंतु इनमें सबसे बड़ी समस्या है कि किसी भी फंड ट्रांसफर के लिए दोनों पक्ष को एक प्लेटफार्म पर आना पड़ता है अर्थात उसी डिजिटल वॉलेट का एप डाउनलोड करना पड़ता है.
इसके लिए नेशनल पेमेंट कमीशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा तैयार किए गए यूपीआई प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना होगा. सभी डिजिटल वॉलेट कंपनियों को इस प्लेटफार्म से जुड़ने के लिए शुल्क देना होगा और बगैर यूपीआई कनेक्टविटी के कंपनिया डिजिटल वॉलेट का कारोबार नहीं कर सकेंगी. मालूम हो कि अभी तक यूपीआई कनेक्टिविटी सिर्फ बैंकों के लिए ही उपलब्ध है.