NDA और विपक्षी दलों की बैठक के बाद मायावती ने चुनावी गठबंधन को लेकर किया बड़ा फैसला

बेंगलुरु में विपक्ष के 26 दलों की बैठक के बाद और दिल्ली में एनडीए के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की 38 दलों की बैठक के बाद, बीएसपी के चीफ मायावती ने दोनों गठबंधनों से दूरी बनाने की बात कही है। उन्होंने इन बैठकों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “लोकसभा चुनाव का समय अब बेहद नज़दीक है। सत्ताधारी गठबंधन और विपक्षी गठबंधन की बैठकें चल रही हैं, हालांकि हमारी पार्टी भी इसमें पीछे नहीं है। NDA अपनी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की दलीलें दे रही है, वहीं विपक्षी गठबंधन सत्ताधारी को हराने के लिए काम कर रही है और BSP भी इसमें पीछे नहीं है।”

मायावती ने कहा, “कांग्रेस पार्टी अपने जैसी जातिवादी और पूंजीवादी सोच रखने वाली पार्टी के साथ गठबंधन करके फिर से सत्ता में आने की सोच रख रही है, वहीं NDA फिर से सत्ता में आने का दावा कर रही है, लेकिन उनकी कार्यशैली यही दिखाती है कि उनकी नीति और सोच लगभग एक जैसी ही है। यही कारण है कि BSP ने उनसे दूरी बनाई है।” उन्होंने कहा, “हम अकेले चुनाव लड़ेंगे। हम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे और हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों में हम राज्य के क्षेत्रीय दलों के साथ चुनाव लड़ सकते हैं।”

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने इस महत्वपूर्ण चुनाव में अपने विचारों को लेकर सबसे पहले बयान दिया है और वे एक मजबूत चुनावी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ेंगे। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी का उद्देश्य भ्रष्टाचार, जातिवाद, आरक्षण, गरीबी, उद्धारवाद, महिला सुरक्षा और उत्पीड़ितों के हितों की सुरक्षा है। वे दूसरे दलों के साथ मिलकर बहुमत प्राप्त करने की कोशिश करेंगे और अपने चुनावी लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कठोर कार्रवाई करेंगे।

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