योग दिवस पर मोदी ने त्यागा तिरंगा पटका, असमिया दुपट्टे से दिए संकेत

नयी दिल्ली / लखनऊ :  पिछली बार योग दिवस पर तिरंगे का अपमान करके फंसे पीएम नरेन्द्र मोदी इस योग दिवस पर अलग रूप में दिखे. इस बार उन्होंने पसीना पोछने के लिए तिरंगा झंडा नहीं रखा था बल्कि गले में असमिया शैली का दुपट्टा था. हाल ही में आसाम में बीजेपी जबरदस्त बहुमत से जीती है. 2019 के चुनाव में बीजेपी को असम से काफी उम्मीदें हैं. यूपी और बिहार में हुए नुकसान की भरपाई असम और दक्षिण भारत से ही हो सकतीहै. असम और यूपी को जोड़ने वाली दूसरी खबर है योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अश्लील फोटो शेयर करने का मुकदमा दर्ज होना. असम पुलिस ने ये मुकदमा दर्ज किया है.

 

बहरहाल योग की बात – फिलहाल असमिया अंग वस्त्र में पीएम मोदी के योग करने से पहेल ही बारिश शुरू हो गयी, लेकिन बारिश रुकते ही योग का कार्यक्रम शुरू हुआ और पीएम मोदी ने लोगों के साथ योग कार्यक्रम में हिस्सा लिया. उनके साथ सूबे के राज्यमंत्री राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद थे.

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीवन में योग के महत्व की तुलना ‘नमक ‘ से करते हुए बुधवार को कहा कि जैसे जीवन में नमक का महत्व है, वैसा ही हम योग का स्थान बना सकते हैं और पूरी दुनिया को अपने साथ जोडने में बडी भूमिका अदा कर रहे योग के जरिये विश्व को मानवीय विचारों के संकटों से बचाया जा सकता है.

 

उन्होंने कहा कि हमें घंटों योग करने की जरुरत नहीं है. बस 50-60 मिनट योग करने से स्वस्थ ‘शरीर, स्वस्थ मन, स्वस्थ बुद्धि प्राप्त होती है. अगर सवा सौ करोड देशवासी इस स्वास्थ्य को प्राप्त कर लें तो दुनिया के सामने जो मानवीय विचारों के संकट पैदा होते हैं, उनसे भी हम मानव जाति की रक्षा कर सकते हैं. मोदी ने कहा कि योग विश्व को अपने साथ जोडने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है.

अपने सम्बोधन के बाद मोदी ने युवाओं के बीच पहुंचकर करीब 25 मिनट तक योगाभ्यास किया. इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी योगाभ्यास में हिस्सा लिया। जैसा कि अंदेशा था, लखनऊ में सुबह रिमझिम बारिश हुई. मगर इसके बावजूद लोगों में गजब का उत्साह देखा गया. योगाभ्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नई दिल्ली रवाना हो गये.