माल्या को गिरफ्तार तो कर लिया लेकिन कहानी इतनी आसान नहीं

नई दिल्ली: भारतीय कारोबारी विजय मलाया को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है. विजय मलाया को वेस्टमिंस्टर कोर्ट के आदेश के बाद गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के बाद मलाया को कोर्ट में पेश किया जाएगा. बता दें कि विजय मलाया को भारत सरकार ने भगोड़ा घोषित कर रखा है. मलाया पर इंडियन बैंकों से 9 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज लेने का आरोप है. लेकिन इस गिरफ्तारी के साथ ही एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. सवाल ये कि क्या विजय मलाया को भारत लाया जा सकेगा ?

आसान नहीं है भारत लाना

मलाया की गिरफ्तारी के बाद अब सबका ध्यान इस बात पर है कि क्या मोदी सरकार मलाया को भारत ला पाएगी. मलाया के देश छोड़ने के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला था. सरकार ने ऐलान किया था कि मलाया को वापस लाया जाएगा. इसके बाद ईडी औऱ सीबीआई समेत तमाम एजेंसियां मलाया को घेरने में जुट गई थीं. भारत ने ब्रिटेन से मलाया को लाने के लिए कूटनीतिक चैनल का भी इस्तेमाल किया और ब्रिटिश सरकार को चिट्ठी भी लिखी थी. अब गिरफ्तारी के बाद सरकार सारी प्रक्रियाओं को पूरा कर मलाया को वापस लाने की कोशिश करेगी.

पिछले साल से ब्रिटेन में 
मलाया पिछले साल दो मार्च को ब्रिटेन चले गए थे. जबकि इसके कुछ दिन बाद ही उच्चतम न्यायालय ने मलाया को अपने पासपोर्ट के साथ व्यक्तिगत रूप से 30 मार्च, 2016 को पेश होने को कहा था. भारत ने इस साल आठ फरवरी को औपचारिक तौर पर ब्रिटेन सरकार को भारत-ब्रिटेन प्रत्यर्पण संधि के तहत मलाया के प्रत्यर्पण का औपचारिक आग्रह किया था.

क्या है मलाया का मामला?
इससे पहले, ब्रिटेन की सरकार ने भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह को जिला जज को भेज दिया था. यह मलाया को भारत लाने और उन पर मुकदमा चलाने की दृष्टि से पहला कदम था. मलाया की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज बकाया है.