जयपुर में संजयलीला भंसाली पर अटैक की इनसाइड स्टोरी, FIR भी नहीं लिखी गई सोचिए क्यों ?

नई दिल्ली : हिटलर के फासिस्ट शासन की एक अदा भारत में अब धीरे धीरे सामने आने लगी है. उसका एक अंदाज़ था. जिस विरोधी को कानूनन ठिकाने नहीं लगा सकता था उसे दूसरी तरह से ठिकाने लगा देता था. या तो अपराधी संगठनों से हत्या करवा देता था. धमकियां दिलाता था या फिर असंबद्ध संगठनों से इतना भयाक्रांत कर देता था कि कोई उसके खिलाफ सोच भी न सके. आजकल ऐसे वाकये आम होने लगे हैं. जूते फिंकवा देना. स्याही फिंकवा देना या फिर थप्पड़ पड़वा देना.
डायरेक्टर संजय लीला भंसाली जयपुर में पद्मावती की शूटिंग कर रहे थे सरकार जानती थी कि शूटिंग हो रही है. सरकार के पास खुफिया जानकारियां भी होती हैं. लेकिन वसुंधरा सरकार के होशो हवास में संजय लीला भंसाली भरे जयपुर में पिट गए. जयपुर में उनकी फिल्म ‘पद्मावती’ के सेट पर हमला हुआ. स्थाीनीय संगठन करणी सेना के सदस्यों ने उन्हेंफ चांटा मार दिया और उनके कपड़े फाड़ दिए. इसके बाद फिल्मज की शूटिंग भी रोक दी.
बताया जा रहा था कि करणी सेना के सदस्य फिल्मर में कथित तौर पर तथ्योंं से छेड़छाड़ किए जाने पर भंसाली से नाराज थे. उनका आरोप है कि फिल्मक में पद्मावती को गलत रूप में पेश किया जा रहा है. फिल्मे की शूटिंग जयगढ़ फोर्ट में हो रही थी. इसी दौरान राजपूत करणी सेना के कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए वहां आए और सेट पर तोड़फोड़ कर दी. उन्होंाने भंसाली से बदसलूकी की और मारपीट की. इसके दौरान भंसाली के कपड़े फट गए. उनकी कुर्सी भी छीन ली गई.
करणी सेना के कार्यकर्ता विक्रम सिंह‍ ने आरोप लगाया कि ”फिल्मस में रानी पद्मावती के बारे में गलत जानकारी दी जा रही है. हमारा मुख्यड प्रदर्शन फिल्मय में तथ्यों के साथ छेड़छाड़ को लेकर था. इसे सहन नहीं किया जाएगा.” करणी सेना का आरोप है कि फिल्मल में खिलजी और पद्मावती के लव सीन भी हैं जो गलत हैं. करणी सेना का कहना है कि पद्मावती ने खुद को खिलजी को सौंपने के बजाय जान दे दी थी. उन्होंणने हजारों अन्यद महिलाओं के साथ जौहर कर लिया था. सेना ने इस तरह के दृश्योंद को फिल्मउ से हटाने की मांग की है. पद्मावती चित्तौरड़गढ़ के राजा रतन सिंह, उनकी पत्नीे पद्मावती और अल्लाोउद्दीन खिलजी पर आधारित हैं. फिल्मद में शाहिद कपूर रतन सिंह, दीपिका पादुकोण पद्मावती और रणवीर सिंह अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभा रहे हैं.
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद भंसाली ने यहां पर फिल्म शूटिंग नहीं करने का फैसला लिया है. मामले में अभी तक कोई शिकायत या एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. जाहिर बात है संघ के हिंदू वादी फासिस्ट रवैये के अंदाज़ में काम हो रहा है.