Video: अब कौन विदेशी आना चाहेगा इंडिया, नोटबंदी के चक्कर में चौराहों पर भीख मांग रहे हैं टूरिस्ट

मोदी के नोट बंदी के फैसले ने विदेशी पर्यटकों को चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है. वो भीख मांग-मांग कर वापस जाने के पैसे जुटा रहे हैं. पुस्कर से मिली रिपोर्ट के मुताबिक यहां आए विदेशी पर्यटक अपने साथ लाया गया पूरा सामान औने पौने दाम में बेच चुके हैं और अब उनके पास सिर्फ भीख मांगने का रास्त बचा है.

ये पर्यटक अपनी खाली अटैची चौराहे पर रखकर भीख मांग रहे हैं. मोदी सरकार के आदेश के बाद उनके पास मौजूद सभी पैसे कागज के टुकड़ों के समान हो गए हैं. अब लोगों के पास वापस अपने देश जाने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं. सैलानियों के ग्रुप ने एक तरीका निकाला है. दिल्ली तक की एयर टिकट के लिए जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस के लोगों ने ब्रह्मा मंदिर और गउ घाट क्रॉसिंग पर शनिवार को शो किया.

शो में ये लोग एक खाली अटैची रख देते हैं जिसमें हाथ से लिखा गत्ते का एक टुकड़ा रखा है जिस पर लिखा है You Can Help Us , Money Problem. इसके पास ये लोग गाना गा रहे हैं संगीत बजा रहे हैं और करतब दिखा रहे हैं.

ऑस्ट्रेलिया से आए टूरिस्ट जेडेन एचटी को बताया कि हम 8 नवंबर को पुष्कर मेले में शामिल होने के लिए आए थे. उसी रात सरकार ने 500 और 1000 रुपए के नोटों को अमान्य घोषित कर दिया था. हमारे पास जो भी 100 और अन्य छोटे नोट थे वो खत्म हो गए. एक सैलानी ने बताया कि स्थानीय लोग हमारे प्रति बहुत दया की भावना रखते हैं. हम अब तक 2600 रुपए एकत्र कर चुके हैं.

जेडेन ने बताया कि अंतिम उपाय के रूप में हम स्थानीय लोगों से कुछ मदद लेकर सड़कों पर परफॉर्म कर रहे हैं. ताकि दिल्ली पहुंच सके और एंबेसी से अपने लिए मदद ले सके. उन्होंने बताया कि कोई भी 500 और 1000 रुपए के नोट लेने को तैयार नहीं है और एटीएम में पैसे नहीं है. गौरतलब है कि 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए बड़े नोटों को अमान्य घोषित करने का ऐलान किया था. तब से पूरा देश करंसी की किल्लत से जूझ रहा है. video courtsey- mint