चुनौती देकर हार चुका है चुनाव आयोग, पहले भी चैलेंज के बाद हैक करके दिखा दी गई थी मशीन

नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने चुनौती दी है कि कोई उसकी ईवीएम को हैक करके दिखाए. आयोग की इस चुनौती के बाद नेताओं के कई बयान सामने आ रहे हैं. यहां हम याद दिलाना चाहते हैं कि 2009 में भी चुनाव आयोग ने ऐसी ही चुनौती पेश की थी. तब मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला थे.
इस चुनौती को अमेरिका के मिशीगन विश्वविद्यालय ने स्वीकार किया था इसके एक साल बाद इन वैज्ञानिकों ने साबित किया कि ईवीएम को आसानी से हैक किया जा सकता है. इतना ही नही उन्होंने बताया कि मशीन में मतदान का डाटा जस का तस रहता है लेकिन रिजल्ट हैक हो जाते है.
18 मई 2010 को बीबीसी लंदन में इसकी रिपोर्ट भी प्रकाशित की गई थी. रिपोर्ट में प्रोफेसर जे एलेक्स हाल्डरमैन ने बाकायदा एक वीडियो में ईवीएम को हैक करके दिखाया था.
इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ईवीएम के डिस्प्ले बोर्ड को हैक किया जा सकता है और एक मैसेज के बाद वो मशीन में जमा डाटा न दिखाकर टैंपर किया गया डाटा दिखाने लगती है.
इसके अलावा वैज्ञानिकों ने एक बेहद सूक्षण माइक्रोप्रोसेसर भी मशीन में लगाकर दिखाया, इस माइक्रोप्रोसेसर से मशीन के अंदर जमा डाटा को भी बदला जा सकता था.