बुलट ट्रेन को लेकर सामने आया करप्शन, लटक भी सकता है प्रोजेक्ट

नई दिल्ली : बुलेट ट्रेन की कुंडली ही खराब है. पहले ही भारत में इसके कामयाब होने के लेकर सवालिया निशान लग रहे थे अब करप्शन का केस सामने आ गया है. आपको पता ही है कि ये ट्रेन जापान के सहयोग से बनाई जानी है. हाल ही में जापान में एक बड़ा स्टील स्कैंडल हुआ है. इस स्कैंडल में सामने आया है कि जापान की बुलेट ट्रेन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला स्टील तय मानकों के मुताबिक नहीं है. इससे यह सवाल उठने लगा है कि क्या इसका मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन को अब भी आगे बढ़ाएगी.चूंकि मामला स्टील की क्वालिटी का है तो इसे नज़रअंदाज़ भी नहीं किया जा सकता.

दरअसल जापान की कंपनी कोबी स्टील लिमिटेड पर बुलेट ट्रेन के लिए घटिया माल खपाने का आरोप लगा है. कंपनी ने आशंका जताई है कि कोबी स्टील के रिसर्च सेंटर में कुछ छेड़छाड़ की गई है. इसकी खबर मीडिया में आने के बाद कंपनी के मैनेजमेंट ने इसके लिए माफी भी मांग ली है.

सेंट्रल जापान रेलवे और यहां बुलेट ट्रेन का संचालन करने वाली कंपनियों ने हालांकि साफ किया है कि इससे सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है. कंपनी की तरफ से भेजा गया स्टील मानकों पर खरा नहीं उतरा है. जापान सरकार फिलहाल इस मामले की जांच में जुटी है.

भारत की पहली बुलेट ट्रेन जापान के सहयोग से ही बन रही है. ऐसे में जापान में बुलेट ट्रेन से जुड़ा स्कैंडल सामने के आने के बाद भारत में भी चर्चा शुरू होने लगी है. यहां सवाल उठने लगे हैं कि इस घोटाले का भारत पर क्या असर पड़ सकता है.

भारत की पहली बुलेट ट्रेन तैयार करने के लिए जापान टेक्नोलॉजी और वित्तीय मदद दे रहा है. भारतीय बुलेट ट्रेन का खाका भी जापान ने ही तैयार किया है.

जापान में चलने वाली बुलेट ट्रेन का अब तक रिकॉर्ड है कि इसकी वजह से कोई हादसा नहीं हुआ है. जिसका सीधा मतलब है कि यहां की बुलेट ट्रेन के सुरक्षा मानक काफी कड़े हैं. भारत में चलने वाली पहली बुलेट ट्रेन भी जापान की तकनीक के बदौलत बनने वाली है. ऐसे में जापान का ट्रैक रिकॉर्ड देखते हुए इस तकनीक पर भरोसा जताया जा सकता है.