‘हारने से पहले बीजेपी ने की गड़ब़ड़ी की हर मुमकिन कोशिश’, विधानसभा में धरना

लखनऊ : गोरखपुर और फूलपुर में बीजेपी हार गई है, लेकिन उसने हार मानने से पहले हर मुमकिन कोशिश की कि कुछ गड़बड़ी संभव हो तो कर सी जाए. इससे नाराज़ विपक्ष ने आज धरना दिया. विपक्ष के हंगामे के बाद विधानसभा 20 मार्च तक स्थगित कर दी गई. गोरखपुर चुनाव में प्रशासन की मनमानी के खिलाफ विपक्ष ने सदन के कूप में जाकर धरना दिया.

विपक्ष का कहना था कि गोरखपुर के जिलाधिकारी पर कार्रवाई की जाए. गुस्साए सपा, बसपा व कांग्रेस ने वेल में पहुंच कर नारेबाजी की और धरना दिया. हंगामे के चलते बजट पर चर्चा नहीं हो सकी. विधानसभा की कार्यवाही 20 मार्च तक स्थगित कर दी गई.

प्रश्नकाल के दौरान लगभग 11.25 बजे सदन में उस समय हंगामा शुरू हुआ जब नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने गोरखपुर में वोटों की गिनती के दौरान जिलाधिकारी राजीव रौतेला पर अनियमितता बरतने और मनमानी करने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि जिलाधिकारी सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता की तरह से कार्य कर रहे है.

विपक्ष का आरोप था कि विरोधीदलों के कार्यकर्ताओं और मीडिया के लोगों को मतगणना केंद्र से बाहर किया जा रहा. मतगणना में धांधली की आशंका जताते हुए चौधरी ने नियम 311 में सदन की कार्यवाही को रोककर चर्चा कराने की मांग की.

स्थगन के बाद भी डेढ़ घंटा धरना

एकजुट हुए विपक्ष के तेवर बुधवार को देखने लायक थे. सदन स्थगित होने के बाद करीब डेढ़ घंटा विपक्षी सदस्य वेल में धरने पर बैठे रहे. नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी खुद ही मोर्चा संभाले थे. धरना लंबा चलता देख कर मार्शल सर्तक हो गए. मंडप से बाहर निकलने वाले सदस्यों को भीतर जाने से रोका जाने लगा तो नोंकझोंक जैसे हालात भी बनें. धरने की जबरन समाप्त करने की तैयारी होने लगी थी तो बसपा दल नेता लालजी वर्मा के पुत्र का निधन होने की सूचना मिलने पर विपक्ष ने स्वयं धरना खत्म कर दिया.