बीजेपी शासित राज्य सांप्रदायिक दंगों में सबसे आगे, यूपी देश में टॉप पर

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा सांप्रदायिक हिंसा होती है. राज्यसभा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में बताया है कि देश में वर्ष 2017 के दौरान सांप्रदायिक हिंसा की कुल 822 घटनाएं हुई हैं जिनमें 195 मामले सिर्फ उत्तर प्रदेश से हैं.

गृह राज्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2017 की 822 सांप्रदायिक घटनाओं में उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे नंबर कर्नाटक हैं जहां 100 मामले, राजस्थान में 91 मामले, बिहार में 85 मामले और मध्यप्रदेश में 60 मामले हुए थे. ये हाल दंगा मुक्त समाज के दावे करने वाली बीजेपी के शासन या असर वाले राज्यों का है.

उन्होंने बताया है कि वर्ष 2016 में ऐसी 703 घटनाएं और 2015 में 751 घटनाएं हुई थीं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में भी सांप्रदायिक हिंसा की सर्वाधिक 162 घटनाएं उत्तर प्रदेश में हुई थीं जबकि कर्नाटक में ऐसी 101 घटनाएं, महाराष्ट्र में 68 घटनाएं, बिहार में 65 घटनाएं और राजस्थान में 63 घटनाएं हुई थीं.

आप भूले नहीं होंगे कि किस तरह कासगंज में तिरंगा यात्रा के नाम पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश की गई. शहर में दंगे फैले और एक चंदन नाम के युवक की मौत हो गई.

इसके साथ ही कासगंज के बाद पूरे यूपी में तिरंगा यात्रा के नाम पर दंगा यात्राएं निकलने की बात सामने आई. फिरोजाबाद में भी ऐसी ही यात्रा निकाल कर बवाल खड़ा करने की कोशिश हुई.

महाराज गंज में भी यात्रा

महराजगंज के सिसवा बाजार में भी एक 500 मीटर लम्बी तिरंगा यात्रा निकली. कासगंज की घटना को देखते हुए जिला प्रसासन ने पूरे सिसवा बाजार को छावनी में तब्दील कर दिया चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात रही ताकि इस तिंरगा यात्रा के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटित हो जाये इस तिरंगा यात्रा के दौरान दो थानों की फोर्स पीएसी फायर ब्रिगेड समेत तमाम फोर्स तैनात था.

इसके अलावा, अलवर का पहलूखान कांड, मध्यप्रदेश के मामले और हरियाणा की हिंसा आपन नहीं भूले होंग.