पीएनबी घोटाले की आंच अरुण जेटली तक पहुंची, लगा ये गंभीर आरोप

नई दिल्ली :  नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के मामले में अब सीधे वित्तमंत्री अरुण जेटली पर भी सवाल उठने लगे हैं. आरोप है कि घोटाला खुलने से एक महीने पहले आरोपियों ने मोटी रकम अरुण जेटली की बेटी की लॉ फर्म को दी थी. इतना ही नहीं सीबीआई ने मामले में जब आरोपियों से जुड़ी लॉ फर्मों पर रेड डाली लेकिन अरुण जेटली की बेटी को छोड़ दिया.

ये आरोप मामूली आरोप नहीं हैं बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुद ये आरोप लगाए हैं. बात बात में मानहानि का मुकदमा करने वाले अरुण जेटली पर ऐसे आरोप लगाना वैसे भी आसान नहीं है. राहुल गांधी का आरोप है कि बेटी पर सवाल उठने के कारण ही अरुण जेटली पीएनबी घोटाले पर नहीं बोल रहे.

बता दें कि 11500 करोड़ के पीएनबी घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी हैं और मेहुल चौकसी नीरव के मामा हैं और दोनों इस समय फरार चल रहे हैं. दोनों ने किसी भी तरह के सहयोग से जांच एजेंसियों को मना कर दिया है.

राहुल ने सीबीआइ जांच पर उठाए सवाल

राहुल गांधी ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा कि अब इस बात का खुलासा हो गया है कि वित्त मंत्री जी अपनी बेटी को बचाने के लिए पीएनबी घोटाले पर चुप हैं. जिन्हें आरोपी ने घोटाले के उजागर होने से एक महीने पहले बड़ी रकम अदा की थी. राहुल ने सवालिया अंदाज में पूछा कि जब आरोपी से जुड़ी लॉ फर्म पर सीबीआइ ने छापा मारा, तब जेटली की बेटी की लॉ फर्म को सीबाआइ द्वारा क्यों छोड़ दिया गया.

उल्लेखनीय है कि पीएनबी घोटाले को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार को हर तरफ से घेरने की कोशिश में लगी हुई है. यही वजह है कि संसद के दोनों सदन भी ठीक से नहीं चल पा रहे हैं, बार-बार दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हो रही है. वहीं पीएनबी की ओर से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस घोटाले की शुरूआत यूपीए सरकार के दौरान हुई थी. मोदी सरकार ने घोटाले को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है. सरकार ने कहा है कि घोटाले में शामिल किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा.