क्या अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए हटाई गई एलपीजी सब्सिडी, फेसबुक पर पत्रकार गिरिजेश का एक और वायरल पोस्ट

मोदीजी बड़े आदमी हैं. देश के प्रधानमंत्री हैं. अगर प्रधान सेवक भी हैं तो भी बड़े आदमी हैं. उनकी भाभी 311 करोड़ का मोबाइल सिर्फ शान मारने के लिए रखती हैं. इसलिए 500 करोड़ उनके लिए ज्यादा मायने नहीं रखते. लेकिन जो 500 करोड़ बरबाद किए हैं वो देश के गरीबों के लिए काफी मायने रखते हैं. ये वो 500 करोड़ हैं जो देश की जनता का एक दिन का भोजन हो सकते थे.

जिनसे अनगिनत गरीब बच्चों को शिक्षा मिल सकती है. आपने 500 करोड़ लोगों से ये कहने में फूंक दिए कि वो एलपीजी की सब्सिडी छोड़ दें. आपना फोटो हर पेट्रोल पंप पर लगाने में आपने ये रकम खर्च कर दी . ऐसे खर्च बचाकर सरकार चलाते तो शायद आपको देश पर मोटे टेक्स का बोझ नहीं डालना पड़ता .

आपको जीएसटी लागू ही नहीं करने पड़ता. अब आप कहेंगे कि 500 करोड तो देश को ये बताने के लिए खर्च किए गए कि लोग स्वेच्छा से गैस पर सब्सिडी छोड़ दें. लेकिन बताने की ज़रूरत क्या ती. सब्सिडी तो आप बंद ही कर रहे थे. क्या हम ये समझ सकते हैं कि आपने खाते पीते और सम्पन्न लोगों से तो सब्सिडी छोड़ने के लिए हाथ जोड़ जोड़ कर अपील की और आम आदमी को सीधे आदेश जारी कर दिया. खैर इतना याद रखें कि ये देश जानता है कि आपने सब्सिडी अपनी 311 करोड़ का मोबाइल फोन लेकर घूमने वाली भाभी की कंपनी को लाभ पहुंचाने में खत्म की है.

 

पहले आपने पेट्रोल डीजल पर सब्सिडी हटाकर देश भर में रिलायंस का पेट्रोल पंप खोलने का रास्ता खोला क्योंकि सब्सिडी होती तो अंबानी का महंगा पेट्रोल कोई नहीं खरीदता. गैस पर सब्सिडी खत्म करने के बाद अब रिलायंस का गैस सिलैंडर बेचने का रास्ता खोल दिया गया है. इस स्वार्थ की खातिर सरकार ने ये भी नहीं सोचा कि देश के पर्यावरण का क्या होगा ? महंगी गैस खरीदने की जगह जब लोग लकड़ियां जलाने की तरफ वापस जाएंगे ते जंगलों का क्या होगा . खैर 2019 में झूठा सच्चा प्रचार करने के लिए अरबों कहीं और से नहीं आएंगे ये भी देश को पता है.