अब आई सुप्रीम कोर्ट पर हमले की धमकी, जानिए किसका हौसला इतना बढ़ गया

नई दिल्ली: पद्मावत पर जातिवादी उत्पात बेहद खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया है. राज्य सरकारों के समर्थन से उत्साहित कर्णी सेना के लोगों ने अब सुप्रीम कोर्ट और संसद को भी धमकी देनी शरू कर दी है. अखिल भारतीय क्षत्रिय संगठन नाम के एक संस्थान ने एक वीडियो जारी करके सीधे सुप्रीम कोर्ट को धमकी दी है. सगंठन का एक वीडियो सामने आया है, वीडियो में संगठन की युवा इकाई का उपाध्यक्ष संसद, सुप्रीम कोर्ट पर हमले की धमकी देता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने आरोपी शख्स के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज कर लिया है. आरोपी की पहचान भुवनेश्वर सिंह के रूप में की गई है.

वीडियो में उसने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट ने पद्मावती की तुलना बैंडिट क्वीन से की है. वीडियो में संगठन के उपाध्यक्ष ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और अन्य मंत्रियों की हार सुनिश्चित करने की धमकी भी दी है. वहीं फरार आरोपी की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार आरोपी के खिलाफ बीते रविवार (21 जनवरी, 2017) को बरेली पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 124 (a), 506 और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

बता दें कि इससे पहले कानपुर के एक मॉल मल्टीप्लेक्स में करणी सेना के करीब एक दर्जन सदस्यों ने संजय लीला भंसाली की 25 जनवरी को रिलीज होने वाली फिल्म पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन किया. मामले में थानाध्यक्ष ने बताया कि करणी सेना के सदस्यों ने फिल्म के पोस्टर फाड़ दिए, शीशे तोड़े और वहां मल्टीप्लेक्स के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की. प्रदर्शनकारी भंसाली के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे थे. प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी कि करणी सेना शहर में फिल्म का प्रदर्शन किसी भी हालत में नहीं होने देगी. थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को कुछ घंटो के लिए हिरासत में रखा उसके बाद उन्हें छोड़ दिया गया.

वहीं 25 जनवरी को रिलीज हो रही पद्मावत के विरोध में मध्यप्रदेश राजपूत समाज के सदस्यों सहित अन्य सामाजिक संगठनों ने भी अपना विरोध जताया है. मध्यप्रदेश राजपूत समाज ने फिल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और अधिकारियों को अपनी मांगों के समर्थन एक ज्ञापन सौंपा. मध्यप्रदेश राजपूत समाज के महासचिव दीपक चौहान ने कहा, ‘जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए पद्मावत की भोपाल में रिलीज रोकने के लिए हमने जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है. चौहान ने आगे कहा कि विरोध प्रदर्शन में अन्य संगठन के लोग भी शामिल हुए. इसमें फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली का पुतला और फिल्म के पोस्टर का दहन किया गया. लोगों ने प्रदेश के अन्य भागों में भी फिल्म के विरोध में प्रदर्शन किया.