सस्ता होने वाला है आपकी गाड़ी का बीमा, IRDA का नया रूल

नई दिल्ली : अगर आपके पास भी कार या मोटरसाइकिल है या फिर आप खरीदने जा रहे हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है. पिछले दो साल लगातार थर्ड पार्टी प्रीमियम बढ़ाने केे बाद वर्ष 2018-19 के लिए इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) ने अधिकांश वाहन श्रेणियों में इसे कम या फिर एक समान करने की सिफारिश की है.

 

हर साल IRDAI प्रीमियम के दाम में बदलाव करती है और इसके लिए बीमा क्लेम की संख्या और बीमित व्यक्तियों के नुकसान अनुपात को देखती है. थर्ड पार्टी मोटर कवर सभी वाहनों के लिए अनिवार्य है और इससे दुर्घटना होने की स्थिति में क्लेम देने की जिम्मेदारी तय होती है.

 

टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट की मानें तो बीमा नियामक ने वर्ष 2018-19 के लिए 1,000cc से कम इंजन क्षमता वाली निजी कारों के लिए थर्ड-पार्टी मोटर प्रीमियम की दर 1,850 रुपये प्रस्तावित की है, जबकि 2017-18 में यह 2,055 रुपये थी. वहीं, 75cc से कम इंजन क्षमता वाले दोपहिया वाहनों के लिए इस दर को पिछले वर्ष के 569 रुपये की तुलना में 427 रुपये रखा गया है.

 

गौरतलब है कि वर्ष 2017-18 में IRDAI ने पिछले वर्ष की तुलना में 40 फीसदी दाम बढ़ाने की सिफारिश करते हुए 1000-1500cc और 1,500cc से ज्यादा इंजन क्षमता वाली कारों के थर्ड पार्टी मोटर प्रीमियम की दर 28 फीसदी बढ़ा दी थी. 150-350cc और 350cc से ज्यादा इंजन क्षमता वाले दोपहिया वाहनों के लिए भी यही दर अपनाई गई थी.

 

नई सिफारिश के बाद 1000-1500cc और 1500cc से ज्यादा इंजन वाली कारों के लिए थर्ड पार्टी मोटर प्रीमियम एक से ही रहेंगे. वहीं, IRDAI ने 75-150cc के दोपहिया वाहनों के लिए भी एक समान थर्ड पार्टी प्रीमियम रखने की सिफारिश की है, लेकिन 150-350cc के वाहनों के लिए इसने थोड़ी बढ़ोतरी की सिफारिश की है.

 

हालांकि यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले वित्तीय वर्ष में किसी भी सेवा लेने के बदले सरकार को 15 फीसदी सर्विस टैक्स (सेवा कर) देना होता था, लेकिन गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) के लागू होने के बाद यह दर बढ़कर 18 फीसदी हो गई है. यानी बीमा  नियामक द्वारा कम की गई थर्ड पार्टी प्रीमियम की दर के बाद तीन फीसदी अतिरिक्त कर देने से ग्राहकों को बहुत ज्यादा फायदा नहीं पहुंचने वाला.