शरद यादव नितीश से पूरी तरह अलग हुए, सबसे पहले KNOCKING NEWS ने दी थी खबर

पटना : जब नॉकिंग न्यूज़ ने खबर दी थी कि शरद यादव नितीश कुमार के साथ नहीं जा रहे और नितीश कुमार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं तो सोशल मीडिया पर मज़ाक उड़ा. कई लोगों ने बकवास कहा लेकिन अब साबित हो गया है कि knocking news की हर कदम सही थी और सबसे पहले थी. नितीश के साथ विवादों के मामले में शरद यादव ने भलेही खुलकर कोई बयान न दिया हो लेकिन उनका हर संकेत साफ है कि शरद यादव किसी कीमत पर बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.

सबसे बड़ा संकेत शरद यादव ने कल दिया उन्होंने अहमद पटेल की जीत पर बधाई के लिए ट्वीट किया लेकिन ट्वीट में अपने साथ अहमद पटेल का फोटो लगाया. शरद यादव ने लिखा कि आज कड़ी बाधा के बावजूद राज्यसभा के चुनाव में जीत के लिए अहमद पटेल को “हृदय से बधाई” शरद ने उनकी सफलता की कामना की.

इससे पहले 17 अगस्त को शरद यादव दिल्ली में सांप्रदायिकता पर सेमिनार कर रहे हैं इसमें न तो जेडीयू से किसी को बुलाया गया है न बीजेपी से . जबकि इसके उलट कांग्रेस, एनसीपी, वाम दलों के साथ राजद को पूरे सम्मान के साथ न्योता भेजा गया है.

इसके अलावा शरद यादव बिहार में सीधे लोगों से संपर्क बनाने की कोशिशों में लगे हैं. वो बिहार में लोगों के बीच जाकर संपर्क अभियान चला रहे हैं. शरद महागबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) को मिले जनादेश को लेकर जनता से सीधे संवाद के लिए कल से तीन दिवसीय दौरे पर बिहार जा रहे हैं.

शरद ने अपने ट्विट संदेश में आगामी 10 अगस्त से 12 अगस्त तक के सड़क मार्ग से बिहार के विभिन्न जिलों के अपने इस दौरे के दौरान जनता के साथ संवाद का जिक्र करते हुए बताया है कि आगामी 10 अगस्त को पटना, सोनपुर और मुजफ्फरपुर की यात्रा करेंगे. अगले दिन मुजफ्फरपुर-दरभंगा-मधुबनी की तथा अपनी यात्रा के अंतिम दिन मधुबनी-सुपौल-सहरसा-मधेपुरा की यात्रा करेंगे.

जदयू के दो अन्य सांसद अली अनवर और एमपी वीरेंद्र कुमार भी नीतीश के इस निर्णय को लेकर पूर्व में नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं. इस बीच जदयू ने शरद की इस यात्रा से दूरी बनाते हुए आज कहा कि उसका उनकी इस यात्रा से कुछ भी लेना देना नहीं है. जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने शरद यादव की इस बिहार यात्रा को उनकी व्यक्तिगत यात्रा बताते हुए केवल इतना कहा कि उन्होंने अपनी राह बदल ली है.