Video: RSS ने जारी किया मुख्यमंत्री की हत्या का फतवा, वीडियो में सुनें तालिबानी धमकी

उज्जैन, मध्य प्रदेश: केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार आने के बाद आरएसएस के हिंसक चरित्र पर चढ़ा नफासत का पर्द धीरे धीरे उतरने लगा है. आज आरएसएस के एक नेता ने खुले आम केरल के मुख्यमंत्री का सिर कलम करने का तालिबानी फतवा जारी किया है. उन्होंने कहा है कि जो केरल के मुख्यमंत्री ओमन चंडी का सिर काटकर लाएगा उसे 1 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाएगा.
ये फतवा जारी करने वाला शख्स कोई आम कार्यकर्ता न होकर संघ का महानगर प्रचारक प्रमुख है, कुंदन चंद्रावत नाम के इस शख्स ने उज्जैन में एक सभा से ये ऐलान किया. उसने कहा कि जो व्यक्ति केरल के सीएम का सिर काटकर लायेगा. उसे एक करोड़ का इनाम दिया जाएगा.
कुंदन चंद्रावत ने केरल के सीएम को आरएसएस प्रचारक और कार्यकर्ताओं की हत्या को दोषी ठहराते हुये कहा कि वो क्या समझते हैं कि हिंदूओं के खून में वो जज्बा नहीं है. चंद्रावत के मुताबिक ऐसे गद्दार का सिर लाने पर मकान और संपत्ति उसके नाम कर देंगे.
चंद्रावत यहीं नहीं रुका उसने कहा- ‘क्या भूल गये गोधरा को, 56 मारे थे, दो हजारो को कब्रिस्तान पहुंचा दिया इसी हिंदू समाज ने. चंद्रावत ने कहा केरल के सीएम का नाम लेकर कहा कि 300 प्रचारकों और कार्यकर्ताओं की हत्या की है तुमने, तीन हजार को मारेंगे. सुन लो वामपंथियों. डा. चंद्रावत आक्रोश सभा की समाप्ति पर पत्रकारों से कहा कि यह उनके निजी विचार थे. उन्होंने अपने बयान को भगत सिंह के बम फेकने की घटना जैसे विस्फोटक बताया.
उन्होंने कहा कि उन्हें जानना चाहिए कि हिंदू सो नहीं रहे हैं. चंद्रावत के बयान का सीताराम येचुरी ने विरोध किया. सीताराम येचुरी के मुताबिक आरएसएस की ओर से एक राज्य के सीएम को डराया जा रहा है. ऐसा इसलिए संभव है क्योंकि सरकार का संरक्षण प्राप्त है. केरल के सीएम विजयन ने चंद्रावत के बयान पर कहा कि इससे पहले भी आएएसएस ने कइयों के सिर काटे हैं.

‘बता दें कि मध्य प्रदेश से राष्ट्रीीय स्वोयंसेवक संघ के नेता ने केरल के मुख्यमंत्री और मध्यन प्रदेश से वरिष्ठा वाम नेता पी विजयन को राज्य में लगातार अपने सदस्यों की हो रहे हत्या के लिए जिम्मेदार मानते हुए यह विवादित बयान दिया है.
पिछले सप्ताह विजयन ने कहा था कि आरएसएस समेत दक्षिणपंथी संगठन कई सालों से देश के विभाजन की कोशिश कर रहे हैं. आरएसएस ने मुसोलिनी के संगठनात्मेक ढांचे और हिटलर की विचारधारा को अपना लिया है. दोनों तानाशाहों ने दुनिया को आतंकित कर दिया था.
विजयन ने कहा, महात्माए गांधी को मारने वाले नाथूराम गोडसे आरएसएस का हथियार था. यह हत्याय एक साजिश का परिणाम था. उन्होंनने आगे कहा कि अब भारत में आरएसएस ने मुस्लििमों, क्रिश्च्न और कम्यु निस्टोंं को अपना दुश्म न मान लिया है और उन्हें देश से निकालने के लिए हमले कर रहा है.