कश्मीर पर राहुल गांधी ने पहले ही कर दिया था आगाह, ज़िद के कारण हालात बिगड़े?

नई दिल्ली: अगर केन्द्र सरकार ने कश्मीर पर राहुल गांधी की सलाह मान ली होती तो हालात इतना नहीं बिगड़ते. खुद राहुल गांधी ने अपने एक इंटरव्यू में ये बात कही है. रविवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘एक महीने पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मेरी चेतावनी को नजरअंदाज किया. मैंने उनसे कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर को आग लगाने की तरफ बढ़ रही है.

करीब 6-7 महीने पहले अरुण जेटली मुझसे मिलने आए. उनसे उनसे तब भी कहा कि आपकी सरकार कश्मीर के साथ दुर्व्यवहार कर रही है. कश्मीर आग में जल रहा है.’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने आगे कहा कि अरुण जेटली ने मेरी बात नजरअंदाज करते हुए कहा कि कश्मीर में शांति हैं. लेकिन सच्चाई ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कश्मीर जल रहा है.

केंद्र सरकार ने सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए कश्मीर का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत की ताकत है लेकिन केंद्र सरकार इसे हमारी कमजोरी बना रही है.

जानकारी के लिए बता दें कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का बयान गृहमंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अशांत कश्मीर का समधान किसी भी कीमत पर निकाला जाएगा और कश्मीर के बेहतर भविष्य के लिए आने वाली सभी बाधाओं को हटा दिया जाएगा.

इस दौरान गृहमंत्री ने कहा कि हम कश्मीर समस्या का स्थाई समाधान निकालेंगे. दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले की तुलना में कश्मीर की स्थिति में सुधार आया है. हम आश्वस्त कर सकते है कि कश्मीर की स्थिति सरकार के नियंत्रण में आ जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस भारतीय मुस्लिमों के बीच अपनी पकड़ बनाने में नाकामयाब रहा है.

सर्जिकल स्ट्राइक पर बात करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बीते साल सितंबर में भारतीय सेना द्वारा सीमापार सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने बाद से कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशों में 45 फीसदी तक कमी आई है. मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं हम पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में पाले जा रहे आतंक को जड़ से खत्म कर देंगे और जम्मू-कश्मीर को एक शांत राज्य बनाएंगे.