मोदी ने यूएई से किया कांग्रेस पर हमला, फिर अंदरूनी मामलों में विदेशी धरती से बयान

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर विदेश में जाकर घरेलू भाषण दिया है. उन्होंने कहा कि 70 साल पुरानी व्यवस्था को बदलने में वक्त लगता है. उन्होंने कहा कि हर किसी को साथ लेकर ऊंचाइयों को हासिल करना है. मोदी ने कहा कि सत्तर साल पुरानी व्यवस्था को बदलने में वक्त तो लगता ही है.  पीएम मोदी ने ओपेरा हाउस में स्वामीनारायण अक्षर धाम संस्था के मेदिर का शिलान्यास भी किया. पीएम ने कहा कि भारत ने निराशा और आशंका का दौर अब खत्म हुआ. चार साल के अंदर देश की सोच पूरी तरह से बदल गई है. अब लोग वहां पर ये नहीं पूछते हैं कि ये काम कैसे होगा?

यूएई में भारत के राजदूत नवदीप सिंह सूरी ने कहा, अबू धाबी में प्रथम हिंदू मंदिर 55 हजार वर्गमीटर भूमि पर बनेगा. इस मंदिर का निर्माण भारतीय शिल्पकार कर रहे हैं. यह साल 2020 में पूरा होगा. बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) के प्रवक्ता ने बताया कि पश्चिम एशिया में पत्थरों से बना यह प्रथम हिंदू मंदिर होगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अबूधाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात कर अनेक विषयों पर बातचीत की और इस दौरान दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. इनमें भारतीय पेट्रोलियम कंपनियों को अपतटीय तेल सुविधा में 10% हिस्सेदारी देने का समझौता भी शामिल है.

मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यूएई की उनकी यह दूसरी यात्रा है. मोदी अगस्त 2015 में पहली बार यूएई की यात्रा पर गए थे. मोदी पहले ऐसे विदेशी नेता हैं जिसे अबूधाबी के शहजादे ने शाही महल में आमंत्रित किया. शहजादे ने यूएई के एक आधुनिक देश के निर्माण में भारतीय श्रमिकों के योगदान की भी सराहना की. मोदी ने ट्वीट किया, ” अपने अजीज मित्र शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मिलकर प्रसन्न हूं. हम दोनों भारत-यूएई के रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम प्रतिबद्ध हैं कि कैसे इनसे दोनों देशों और पूरे दुनिया को फायदा होगा. दोनों नेताओं ने काफी अंतरंग निजी बातचीत भी की. उन्होंने कहा, ”दोनों नेताओं के बीच रिश्तों को और बेहतर बनाने के लिए बातचीत हुई. बातचीत के बाद दोनो पक्षों ने ऊर्जा के क्षेत्र, रेलवे, श्रमशक्ति और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में पांच समझौते किए.

यहां भारतीय दूतावास से जारी एक बयान में कहा गया कि इंडियन कंसोर्टियम (ओवीएल, बीपीआरएल और आईओसीएल) तथा अबूधाबी नेशलन ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए. इसके तहत भारतीय कंपनियों के समूह को अबूधाबी के अपतटीय लोअर जाकुम सुविधा तेल क्षेत्र में 10% हिस्सेदारी मिलेगी. यह सुविधा उसे 40 साल यानी 2018 से 2057 तक के लिए मिलेगी. इसमें कहा गया कि यह यूएई के अपस्ट्रीम ऑयल सेक्टर में पहला भारतीय निवेश है. इसके अलावा श्रमशक्ति, रेलवे तथा आर्थिक क्षेत्र में दोनों देशों के बीच समझौते किए गए.

अबूधाबी में प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए अनेक इमारतें तिरंगे के रंग वाली रोशनियों से जगमगा रहीं थी. मोदी ने अबूधाबी के शहजादे की ओर से आयोजित भोज में भी शिरकत की.  प्रधानमंत्री मोदी दुबई के विश्व सरकार सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे जहां भारत इस साल सम्मानित अतिथि है.