रेल हादसे में मरने वालों के साथ पॉलिटिकल सेल्फी नहीं बनती इसलिए प्रभु नहीं गए

इस खबर की शुरुआत एक ट्वीट से करते हैं. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्विटर पर कह कि मौके पर राहत कार्य चल रहा है. मेडिकल और जरूरी मदद भेज दी गई है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. ये ट्वीट इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन की दुर्घटना के बाद आया है. ट्रेन की 14 बोगी कानपुर के पास पुखरायां में पटरी से उतर गई हैं  हादसे में अब तक 63 लोगों की मौत हो गई है. करीब 150 लोगों इस हादसे में घायल हुए हैं. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पीड़ितों को मुआवजे का ऐलान भी किया है. अगर नहीं भी करते तो मुआवजा तो मिलता ही रेलवे के रूल के हिसाब से मृतकों के परिजनों को 3.5 लाख रुपये का मुआवजा देने का प्रावधान है. हादसे में गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार जबकि मामूली रूप से जख्मी लोगों को 25 हजार रुपये देने की बात भी रेलवे के रूल में है.

ट्रेन इंदौर से पटना जा रही थी. खबर लिखे जाने तक कई यात्री अब भी बोगियों में फंसे हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित निकालने का काम तेजी से चल रहा है. रेल मंत्री के पास फुरसत नहीं थी इसलिए रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को घटनास्थल के लिए भेजा गया है. घायलों के एक हादसे में घायल एक शख्सके परिवार वाले ने चुभन वाली बात कही. उसका कहना था कि रेलयात्री इनसान नहीं होते क्यों कि उनके पास रेलमंत्री जाएं तो राजनीति नहीं चमकती. सीमा पर शहीद होने वालों के परिवार वालों के साथ सेल्फी अच्छी आती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि इस बारे में उन्होंने रेल मंत्री सुरेश प्रभु से बात की है, जो इस पर अपनी नजर बनाए हुए हैं. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे पर दुख जताते हुए ट्वीट किया है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल राज्यमंत्री को भेज दिया और ट्विटर पर बताया कि मौके पर राहत कार्य चल रहा है. मेडिकल और जरूरी मदद भेज दी गई है और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.

आपकी सहायता के लिए हम यहां पर हेल्पलाइन नंबर दे रहे हैं ताकि आपका कोई मुसाफिर इस ट्रेन में हो तो आप उसका हाल जान सकें.

 

हेल्पलाइन नंबर इंदौर- 07411072 उज्जैन- 07342560906 रतलाम- 074121072 उरई-051621072 झांसी- 05101072