पवित्र हो गए टेलीकॉम घोटाले वाले सुखराम, बीजेपी में शामिल हुए, बेटे को टिकट मिला

नई दिल्ली : टेलीकॉम घोटाले के लिए बदनाम रहे पंडित सुखराम बाहर से बीजेपी को समर्थन दे रहे ते अब उनके बेटे बीजेपी में जाकर पवित्र हो गए हैं. अनिल शर्मामंडी सदर से चुनाव लड़ेंगे. उनके साथ पंडित सुखराम भी बीजेपी के लिए प्रचार करेंगे.

उनका कहना है कि मेरे बेटे अनिल शर्मा का अपमान किया गया है पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम ने कहा कि यह अकेले मेरे बेटे का निर्णय नहीं बल्कि मेरा पूरा परिवार और कार्यकर्ता अब भाजपा में शामिल हुए हैं. अब मैं भाजपा के लिए बेटे के नाते वोट ही नहीं पार्टी के लिए प्रचार भी करूंगा.

टेलीकॉम घोटाले में फंसने के बाद कांग्रेस ने सुखराम को निकाल दिया था. अलग थलग पड़े सुख राम ने राजनीतिक अस्तित्व को कायम  रखने क लिए अपनी पार्टी बना ली थी. ये पार्टी बीजेपी को बाहर से समर्थन कर रही थी. अब उनके बेटे भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. इस बार मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र से उनके बेटे अनिल शर्मा कमल चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेगे.

पंडित सुखराम 1953 में नगर पालिका मंडी में बतौर सचिव अपनी सेवाएं दीं. इसके बाद 1962 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते. 1967 में इन्हें कांग्रेस पार्टी का टिकट मिला और फिर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. इसके बाद पंडित सुखराम ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने सदर विधानसभा क्षेत्र से 13 बार चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.

इस मामले में चौंकाने वाली बात है बीजेपी का रुख. कांग्रेस ने जिन सुखराम को घोटाले के कारण निकाला आज बीजेपी उन्हें ही शामिल कर रही है. ये न खाऊंगा न खाने दूंगा वाले नारे के विपरीत है.