मोदी के नाम बदल अभियान का नया चरण, बदलेगा शौचालय का नाम

नई दिल्ली : मोदी सरकार की राजनीति में नाम का बड़ा महत्व है. या यू कहें कि नाम में ही सबकुछ रखा है. पहले सरकार योजनाओं का नाम बदला, फिल सड़कों का नाम बदला. विकलांगों का नाम बदला अब  आपके शौचालय का नाम बदलने जा रह है. 16 अक्टूबर को केंद्र ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर सुझाव दिया कि शौचालयों को ‘इज्जत घर’ कहा जाए. पत्र में भाषाई विविधता वाले क्षेत्रों में इसी के बराबर सम्मानित नाम रखने का सुझाव भी दिया गया है.

केंद्र सरकार ने इसके लिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने शौचालयों का नाम बदलकर ‘इज्जत घर’ रखा जा सकता है. वहीं अन्य भाषाई विविधता वाले क्षेत्रों में इसी के बराबर सम्मानित नाम रखा जा सकता है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते महीने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे पर नए शौचालय का नाम ‘इज्जत घर’ रखे जाने की काफी सराहना की थी.

ये सुझाव ऐसे समय में आया है जब पेय जल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश में शौचालयों का नाम इज्जत घर रखा जा रहा है. दूसरी तरफ केंद्र के पत्र में आगे लिखा गया कि ऐसा करना अच्छा है जो शौचालय के लिए पूरे परिवार में गरिमा और अभिमान पैदा करता है. और इसके इस्तेमाल पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि भारत के अन्य हिस्सों में भी शौचालय का नाम ‘इज्जत घर’ की तर्ज पर रखा जा सकता है.

गौरतलब है कि वाराणसी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब एक नए शौचालय का उद्घाटन किया था. तब शौचालय का नाम ‘इज्जत घर’ रखे जाने पर उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की सराहना की थी. कहा था कि जिस घर में ‘इज्जत घर’ होगा वो घर की गरिमा बनाए रखेगा. उन्होंने आगे कहा, ‘मैं गांव में जब शौचालय की नींव रख रहा था, तब मैंने वहां इज्जत घर लिखा देखा. ये देखकर मैं बहुत खुश था. शौचायल का ये नाम गढ़ने के लिए मैं राज्य सरकार को मुबारकबाद देता हूं.’