बीमारियां फैलने पर BJP का चोर कोतवाल को डांटे, इस पोस्ट को पढ़ें और जानें क्यों नहीं है AAP दोषी

जबसे दिल्ली में चिकुनगुनिया से मौत की पहली खबर आई है बीजेपी लगातार आम आदमी पार्टी के ऊपर हमले बोल रही है. कहा जा रहा है कि बीमारी की हालत में दिल्ली को छोड़कर मंत्री दूसरे शहरों में चले गए . मुख्यमंत्री केजरीवाल के पंजाब और इलाज के लिए बंग्लूर जाने का भी मुद्दा उठाया जा रहा है. हमला करने वालों में सबसे आगे बीजेपी के नेता हैं. रोज़ कम से कम पार्टी के 5 बड़े नेता आम आदमी पार्टी पर हमला करने वाले बयान देते हैं. लेकिन knockingnews को जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक दिल्ली के दर्द की जिम्मेदारी बीजेपी के शासन वाली एमसीडी यानी दिल्ली नगर निगम की है. आइये आपको सबसे पहले वो कानून बताते हैं.

  • दिल्ली म्युनिसिपल एक्ट 1957 के सेक्शन 371 में लिखा है कि – खतरनाक बीमारियों के बारे में सूचित करने की जिम्मेदारी एमसीडी की है,
  • इसी एक्ट के सेक्शन 372 में कहा गया है कि अगर कोई इस तरह की बीमारी से पीड़ित है तो उसे इलाज के लिए सहायता देने की जिम्मेदारी एमसीडी की है।
  • सेक्शन 373- इन बीमारियों की रोकथाम के लिए जो ज़रूरी जागरुकता की आवश्यकता होती है उसकी जिम्मेदारी भी एमसीडी की ही है।
  • इसके उलट आम आदमी पार्टी लगातार गालियां खाने के बाद भी डेंगू से लड रही है. उसके विधायक गली गली जाकर फॉगिंग कर रहे हैं. पार्टी एक डॉक्टर्स की टीम हर विधानसभा में निशुल्क कैम्प लगाएगी जहां मरीज़ों की निशुल्क जांच के लिए कैंप भी लगा रही है.

    अब आपको बताते हैं कि किस तरह दिल्ली सरकार से एमसीडी को मोटा बजट मिला. दिल्ली सरकार ने अपने बजट में से

    • ईस्ट दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (EDMC)  को 14 करोड़ 27 लाख रुपए के करीब दिए.
    • साउथ दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन(SDMC) को 19 करोड़ 15 लाख रुपए  के आस-पास
    • नॉर्थ दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (NDMC) को 30 करोड़ 25 लाख रुपए के आस-पास

    अब आम आदमी पार्टी बीजेपी शासित एमसीडी से कुछ सवाल भी पूछ रही है. पार्टी ने कहा है ति

    1- एमसीडी को यह स्वीकार करना चाहिए कि जो उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी थी उसे पूरा करने में वो असफल रहे हैं।

    2- गंभीर बीमारियों की रोकथाम के लिए क्या किया ? सिर्फ एक हफ्ता पहले ही क्यों फोगिंग मशीनों को रिपेयर होने के लिए भेजा गया ?

    3-    जो फंड दिल्ली सरकार ने दिया और स्वच्छ भारत फंड का पूर्ण इस्तेमाल एमसीडी क्यों नहीं कर पाई है और जो इस्तेमाल किया है वो कहां किया है?