किम जोंग ने किया 100 किलो टन के हाईड्रोजन बम का परीक्षण, पूरे इलाके में भूकंप आया

नई दिल्ली : उत्तर कोरिया ने एक बार फिर से दुनिया की चिंता को बढ़ाने का काम किया है. उसने आज करीब 100 किलोटन के हाईड्रोजन बम का सफल परीक्षण किए जाने का दावा किया है. इस परीक्षण के बाद उत्तरी हमक्योंग प्रांत के किजी इलाके में करीब 5.7 और 4.6 तीव्रता के भूकंप महसूस किए गए हैं. यह झटके दोपहर करीब 12:29 बजे महसूस किए गए. नॉर्थ कोरिया की सेंट्रल न्यूज एजेंसी योनहॉप ने इस खबर की पुष्टि की है. एजेंसी ने यहां तक कहा है कि उत्तर कोरिया की तरफ से आज दोपहर तीन बजे बड़ी घोषणा की जाएगी. सियोल के मुताबिक ताजा परीक्षण पिछले वर्ष जनवरी में किए गए परमाणु परीक्षण से करीब 11.8 गुणा अधिक शक्तिशाली है. इसके साथ ही दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने की भी अपील की है. अमेरिका केलिए ये सबसे ज्यादा चिंता की बात है. ़डोनाल्ड ट्रंप जैसे ही कोई धमकी देते हैं किम जोंग एक और बम फोड़ कर जता देता है कि वो किसी से डरता नहीं है.

जापान ने जताई कड़ी आपत्ति

इसके बाद जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस परीक्षण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इसको किसी भी सूरत से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. आपको बता दें कि आज किया गया परीक्षण किसी भी न्यूक्लियर बम से करीब नौ गुणा अधिक शक्तिशाली और घातक है. उत्तर कोरिया की तरफ से किया गया यह छठा न्यूक्लियर टेस्ट है. न्यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक यह परीक्षण उत्तर कोरिया की अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल Hwasong14 के लिए किया गया है.

किम जोंग उन ने टेस्ट साइट का किया निरीक्षण

इससे पहले उत्तर कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन न्यूक्लियर वैपंस इंस्टिट्यूट गए और आईसीबीएम Hwasong 14 के वारहैड की जानकारी ली. एजेंसी का कहना है कि हाल के कुछ समय में इंस्टिट्यूट ने काफी बेहतर काम किया है और सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं. इस परीक्षण के बाद दक्षिण कोरिया ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है. परीक्षण के बाद दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री किम डोंग यॉन ने बाजार पर पड़ने वाले आंकलन पर बात करने के लिए एक आपात बैठक भी बुलाई है.

अमेरिका-दक्षिण कोरिया का उड़ाया मजाक

नार्थ कोरिया की न्यूज एजेंसी की तरफ से उन दावों को भी खारिज किया गया है जिसमें कहा गया था कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया की तरफ से किए गए किसी भी मिसाइल परीक्षण का पता लगा सकते हैं. एजेंसी की तरफ से इसको झूठ करार देते हुए कहा गया है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया उसकी मिसाइल का पता नहीं लगा सकते हैं. इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने हाल ही में दक्षिण कोरिया की मिलिट्री ड्रिल का भी मजाक उड़ाया है.

सभी देशों को उठाना होगा नुकसान

पूर्व मेजर जनरल पीके सहगल ने कहा कि मौजूदा समय में कोई भी राष्ट्र युद्ध नहीं चाहता है. इसकी वजह वह मानते हैं कि सभी राष्ट्र आज आर्थिक और व्यापारिक तौर पर एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. ऐसे में युद्ध का प्रभाव किसी एक पर न पड़कर सभी पर पड़ता है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों जब उत्तर कोरिया ने अमे‍रिका के स्वतंत्रता दिवस पर मिसाइल परीक्षण किया था उस वक्त दुनिया को एक झटके में एक अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा था.