मानवाधिकार का बड़ा उल्लंघन, अमेरिकी पुलिस ने ये क्या कर डाला

दुनियाभर में मानवाधिकारों का ज्ञान देने वाले अमेरिका की ये वीडियो देखकर आपको उसके दोहरे रवैये पर गुस्सा आएगा. अमेरिका के ओक्लाहोमा में का ये वीडियो से अमेरिका में मानवाधिकारों के उल्लंघन का सबत है, जिसमें पुलिस एक निहत्थे आदमी को गोली मार रही है. मरने वाला 40 साल का टेरेंस क्रचर बताया गया है. वीडियो में एक निहत्थे और पुलिस की बात मान रहे

एक अफ्रीकी-अमेरिकी व्यक्ति पुलिस की गोली से मारा गया. शुक्रवार अमेरिकी राज्य ओक्लाहोमा में हुई इस घटना का वीडियो पुलिस ने सार्वजनिक रूप से जारी किया है. जमीन और आसमान में हेलिकॉप्टरों से लिए गए तमाम वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि 40 वर्षीय क्रचर अपने हाथों को हवा में उठाए कैसे अपने विकलांगता वाली गाड़ी की ओर बढ़ रहा है. उसके पीछे कई पुलिसकर्मी भी दिख रहे हैं. जैसे ही वह गाड़ी के दरवाजे तक पहुंचा, पहले उस पर पुलिस की टेजर गन से निशाना लगता है और फिर असली गोली वाली बंदूक से. ये गोली एक श्वेत पुलिसकर्मी ने मारी लेकिन उसने ऐसा क्यों किया यह अभी साफ नहीं हो पाया है.

स्थानीय और केंद्रीय अधिकारी इस मामले की आपराधिक जांच कर रहे हैं. मामला क्रचर के नागरिक अधिकारों के हनन है. पीड़ित की मौत के बाद भी क्या इस मामले में पुलिस अधिकारी पर हत्या का आरोप लगेगा, यह अभी साफ नहीं है. क्रचर की जुड़वा बहन टिफनी क्रचर ने घटना की आपराधिक जांच में पुलिस पर आरोप जड़ने की मांग की है. वीडियो रिकॉर्डिंग में एक आदमी को कहते सुना जा सकता है “अब टेजर का वक्त है.” फिर वो कहता है: “यह एक बुरा आदमी लगता है, शायद कुछ करने वाला हो.”

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मृतक की बहन ने कहा, “वो आदमी मेरा जुड़ावा भाई था. वो आदमी एक पिता था. वह आदमी किसी का बेटा था. वो टुल्सा कम्युनिटी कॉलेज में इनरोल्ड था और चाहता था कि हमें उस पर गर्व हो.” इस मामले में आरोपी पुलिस अधिकारी को विभाग की तरफ से सवैतनिक छुट्टी पर भेज दिया गया है. टुल्सा के पुलिस प्रमुख चक जॉर्डन ने कहा है कि मामले की जांच हो रही है और न्याय किया जाएगा.

इस जानलेवा हमले के करीब चार महीने पहले इसी टुल्सा काउंटी में तैनात एक पुलिस अधिकारी रॉबर्ट बेट्स को 2015 में एक निहत्थे ब्लैक अमेरिकी की हत्या के दोष में 4 साल जेल की सजा हुई है. हाल के सालों में पूरे अमेरिका में जगह जगह ऐसी कई घटनाएं हुई हैं जिनमें पुलिस ने निहत्थे ब्लैक लोगों, खासकर पुरुषों को अपनी गोली का निशाना बनाया है.