बीजेपी ने एक्शन लिया है या किया है एक्शन का नाटक ?

नई दिल्ली: एक महिला के साथ सैक्स संबंध बनाते हुए सीडी में दिखे और इसी वजह से अपनी कुर्सी गंवाने वाले संदीप कुमार के चक्कर में बीजेपी की नरेला से उम्मीदवार सविता खत्री को बर्खास्त कर दिया है. पार्टी ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि संदीप कुमार ने इस महिला विधायक के लिए वोट मांगे थे. लेकिन इस फैसले को लेकर जानकारों में बहस छिड़ गई है. जानकारों का कहना है कि ये दिखावे का एक्शन है और बीजेपी चुनाव में सविता को लेकर बदनामी से बचने के लिए एक्शन नहीं ले रही बल्कि एक्शन का नाटक कर रही है.

क्यों लगता है ये नाटक

सविता को पार्टी से निकालकर बीजेपी ने वाहवाही लूट ली है और मीडिया में भी खूब प्रचार पा लिया है लेकिन सविता को वोट बीजेपी के कमल निशान पर ही मिलेंगे. इसके अलावा सविता अंदर ही अंदर बीजेपी से जुड़ी रहेंगी. पार्टी के कार्यकर्ता भी निजी संबंधों के नाम पर सविता का प्रचार करते रहेंगे. चुनाव के बाद अगर सविता जीतती हैं तो बीजेपी के खाते में एक सीट आ जाएगी और अगर हारती हैं तो कुछ समय बाद सरिता को माफी मिल जाएगी. इनका कहना है कि इतने दिन से संदीप वोट मांग रहे थे तब पार्टी क्यों इसका फायदा ले रही थी. मीडिया में खबर आने के बाद ही पार्टी क्यों जागी. ऐसा ही अपराधियों से परहेज है तो जिन अपराधियों को टिकट दिया है उन्हें भी निकालें.

ये था पूरा मामला

दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार ने रविवार शाम नरेला में बीजेपी की महिला उम्मीदवार सविता खत्री के लिए प्रचार किया था. इसके साथ ही माना जा रहा था कि संदीप कुमार जल्द बीजेपी के साथ आ रहे हैं . उन्होंने केजरीवाल की आलोचना भी शुरू कर दी थी. लेकिन मीडिया में ये खबर आने के बाद सारा मामला बिखर गया. जिसके बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई थी. पार्टी ने बार बार ये मैसेज देने की कोशिश की कि संदीप कुमार से उनका कोई लेना देना नहीं. साज़िया इल्मी ने भी कुछ आपत्ति जनक ट्वीट्स को मुद्दा बनाया और संदीप के आने पर जबरदस्त हंगामा खड़ा कर दिया. ये अलग बात है कि शाज़िया के को ट्वीट में जो कुछ कहा गया था उससे 100 गुना ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ता बरखा दत्त और दूसरी महिलाओं के बारे में ट्वीट करते रहते हैं. जब इससे बात नहीं बनी तो सविता खत्री को बर्खास्त करने का रास्ता अपनाया गया.

पिछली साल सामने आया था सेक्स स्कैंडल

संदीप कुमार का सेक्स स्कैंडल पिछले साल सामने आया था. इस मामले में संदीप कुमार की एक सीडी आई थी जिसमें संदीप कुमार एक महिला के साथ सहमति से सहवास करते दिखाई दे रहे थे. इसके बाद विवाद छिड़ गया. पत्रकार और आप नेता आशुतोष ने ब्लॉग लिख पूछा था कि आपसी सहमति से सैक्स में क्या गलत है? पिछले साल 2 सितंबर को आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने संदीप कुमार का न सिर्फ बचाव किया था बल्कि एक बेवसाइट पर यहां तक लिखा था कि संदीप ने ऐसा क्या गलत किया जिसके लिए उन्हें पार्टी से निकाला गया. संदीप लड़की की मर्जी से एक बंद कमरे में सबकुछ कर रहे थे और उसमें कुछ गलत नहीं है. इसके बाद अचानक वह महिला सामने आई और तबके पुलिस कमिश्नर के आदेश पर संदीप कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.

महिला ने बयान दिया कि संदीप कुमार ने उसे राशनकार्ड बनाने का लालच देकर सहवास के लिए मजबूर किया था.सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी के समर्थक संदीप कुमार के सहारे बीजेपी पर निशाना साध रहे थे.