आखिर पाकिस्तान से मोदी की मोहब्बत का राज़ क्या है?

नई दिल्ली: पाकिस्तान के मामले में मोदी सरकार कहती कुछ और है और करती कुछ और . पाकिस्तान के विरोध के नाम पर पारटी भारत में मुसलमानों के खिलाफ ज़हर भरती है लेकिन जब पाकिस्तान की बात आती है तो मोदी उसे नुकसान नहीं पहुंचने देना चाहते. कभी वो बिना बुलाए शादी ब्याह में बहुंचते हैं तो कभी मां के लिए गिफ्ट लेकर जाते हैं . अब ताज़ा मामला है पाकिस्तान को आतंकवादी देश  घोषित करने का. पिछले दिनों राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने एक प्राइवेट मेंबर बिल लाककर बीजेपी की हकीकत खोल दी. उन्होंने राज्यसभा में एक बिल पेश किया जिसमें पाकिस्तान को आतंकी राष्ट्र घोषित करने का प्रस्ताव था.उन्होंने एक बिल रखा जिसका नाम था आतंकवाद प्रायोजक देश की घोषणा विधेयक, 2016 . चंद्रशेखर ने इसके साथ ही पाकिस्तान का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म करने का भी प्रस्ताव रखा. बीजेपी सरकार इस प्रस्ताव का विरोध कर रही है. वो चाहती है पाकिस्तान पर ये बंदिशें न लगें.जबकि इस बारे में पार्टी अमेरिका से भी प्रतिबंध लगाने की मांग करती रही है. पहले भी मोदी सरकार पर नवाज शरीफ से मिलकर राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं.

लेकिन अब नरेंद्र मोदी सरकार राजीव के इस बिल का विरोध करने का फैसला किया है. द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिल का विरोध करते हुए संसदीय सचिवालय को लिखा कि इससे अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए खतरा पैदा हो सकता है. एक वरिष्ठ सरकारी अफसर ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों के साथ कूटनीतिक संबंध हैं, जिसमें व्यापार और उच्चायोग भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के तहत किसी भी पड़ोसी देश को आतंकी देश घोषित करना समझदारी नहीं होगी.

यह बोले थे चंद्रशेखर : आपको बता दें कि चंद्रशेखर ने राज्यसभा में उड़ी हमले का जिक्र करते कहा था कि 18 सितंबर 2016 में हुए आतंकी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे. यह भारत के खिलाफ पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का हिस्सा था. जहां तक मेरे जेहन में बात आ रही है तो मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कहता हूं कि पाकिस्तान पिछले कई सालों से जो हरकत कर रहा है उसके लिए उसे एक ‘आतंकवाद प्रयोजक’ देश कह सकते हैं.’ दशकों से भारत और इस क्षेत्र के अन्य देश पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और आतंकियों के हमले का शिकार होता रहा है.

उन्होंने कहा कि यह सच है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और इसीलिए इस विधेयक को यहां रखा गया है ताकि पाकिस्तान पर जिम्मेदारी तय की जा सके. वर्षों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से भारत, अफगानिस्तान, बंग्लादेश और दुनिया के कई हिस्सों में निर्दोष लोगों की जान गई है.

यह सच है कि पाकिस्तान आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है. बता दें कि अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के बढ़ते दबाव के कारण पाकिस्तान ने हाल ही में जमात-उद-दावा के सरगना और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को 31 जनवरी को अपने देश में नजरबंद कर दिया है. चंद्रशेखर ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमें पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने की जरूरत है ताकि उसे आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए रोक लगाया जा सके. पाकिस्तान अलग-अलग नामों से 1947, 1999 में भारत में आतंकी भेज हमपर हमले करता रहा है.’ उन्होंने कहा, ‘दुनिया में किसी भी देश या समूह को निर्दोष लोगों के खिलाफ आतंक फैलाने की छूट नहीं दी जा सकती है.