1 बार गैंगरोप , 2 बार एसिड अटैक, योगी भी नहीं बचा सके, ये है यूपी का हाल

लखनऊ: एक लड़की पहले गैंगरेप की शिकार बनती है. उसके बाद उस पर एसिड से हमला किया जाता है. खुद सीएम योगी आदित्याथ पीड़िता से मिलने जाते है और सुरक्षा का भरोसा देते हैं. इसके बाद फिर उसी लड़की पर एसिड अटैक हो जाता है. ये हैं यूपी की कानून व्यवस्था का हाल.

9 साल पहले दामिनी ( नाम काल्पनिक है ) के साथ गैंगरेप हुआ था. मार्च में ट्रेन यात्रा के दौरान एसिड अटैक किया गया था, वो गंगा गोमती एक्सप्रेस से रायबरेली से लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची थी. तेजाब से झुलसी युवती को जीआरपी ने अस्पताल में भर्ती कराया. पीड़िता ने बताया था कि ट्रेन में दो युवकों ने उसे जबरदस्ती तेजाब पिलाया और ट्रेन से कूदकर भाग गए.

 

घटना की जानकारी मिलते ही यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पीड़िता से मिलने अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने पीड़िता को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. साथ ही पीड़िता के मुफ्त इलाज और 1 लाख रुपये के मुआवजे का एलान भी किया था.

 

3 महीने बाद कल फिर हमला
1 जुलाई 2017 को दामिनी पर एक बार फिर एसिड फेंकने की घटना सामने आई है. पीड़िता के लखनऊ स्थित हॉस्टल में घुसकर किसी अनजान शख्स ने वारदात को अंजाम दिया.

 

रायबरेली की रहने वाली यह युवती अलीगंज स्थित श्रमजीवी हॉस्टल में रहती है. वह निजी कंपनी में जॉब करती है. शनिवार शाम वह हॉस्टल के वॉशरूम में मुंह धोने के लिए पहुंची थी, उसी दौरान किसी अनजान शख्स ने उसके ऊपर तेजाब फेंक दिया.

 

युवती की चीख-पुकार सुन हॉस्टल के लोग वहां जमा हो गए. गार्ड ने फौरन पुलिस को सूचना देते हुए युवती को अस्पताल पहुंचाया. हॉस्टल की वार्डन नीरा सिंह ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हॉस्टल के भीतर अगर लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं तो फिर महिलाओं के लिए सुरक्षित जगह कौन सी होगी.

 

एसपी हरेंद्र कुमार ने इस बारे में कहा, पुलिस की एक टीम केस की जांच कर रही है. पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है. जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.