केजरीवाल का एक और धमाका, प्राइवेट अस्पताल में मुफ्त इलाज, महंगे टैस्ट भी फ्री

नई दिल्ली:  दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में अब ऑपरेशन के लिए 30 दिन से ज्यादा की वेटिंग लिस्ट नहीं होगी.  अगर देरी होती है तो सरकार प्राइवेट अस्पतालों में लोगों का ऑपरेशन करवाएगी. इलाज कगा पूरा खर्च सरकार देगी. ये केजरीवाल सरकार का एक और धमाका है. पिछले कुछ दिनों से केजरीवाल लगातार नयी योजनाएं लांच कर रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस योजना का शुभारंभ किया है. इसके अलावा दिल्ली के अस्पतालों नें  एमआरआई सीटी स्कैन और पैट सीटी स्कैन जैसे महंगे टेस्ट भी अब मुफ्त होंगे.

 

सरकार ने इसके लिए दिल्ली के कई जाने-माने निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया है. इन अस्पतालों में दिल्ली सरकार के 30 से ज्यादा अस्पतालों और पॉलीक्लिनिक से मरीजों को रेफर किए जाने पर रेडियोलॉजी टेस्ट मुफ्त किए जाएंगे. अल्ट्रासाउंड पीएमजी रेडियो न्यूक्लियर स्कैन जैसे महंगे टेस्ट भी इस स्कीम में शामिल किए गए हैं.  दिल्ली सरकार के अंतर्गत 24 अस्पतालों द्वारा रेफर किए जाने वाले मरीजों को यह सुविधा मिल सकेगी.

 

गालब्लैडर हार्ट बाईपास और किडनी के ऑपरेशन जैसे महंगे उपचार के लिए दिल्ली सरकार ने राजधानी के 48 निजी अस्पतालों को पैनल में शामिल किया है. इस योजना के तहत लगभग 12 सबसे गंभीर और महंगे ऑपरेशन सरकारी अस्पतालों में विलंब होने की स्थिति में अब निजी अस्पतालों में होंगे. हालांकि इस योजना का लाभ सिर्फ दिल्ली के रहने वाले मरीजों को ही मिलेगा.

 

सरकारी अस्पतालों द्वारा ऑपरेशन और फ्री टेस्ट रेफर किए जाने की स्थिति में उन्हें दिल्ली से जुड़ा हुआ अपना पहचान पत्र दिखाना होगा, जिसमें आधार कार्ड, वोटर कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस भी शामिल हैं.

दिल्ली के सरकारी अस्पताल डॉक्टरों और सर्जनों के साथ-साथ उपकरणों की कमी से जूझ रहे हैं. ऐसे में मरीजों को इसका खामियाजा ना उठाना पड़े, इसके लिए केजरीवाल सरकार नई योजना लेकर आई है.

हालांकि यह योजना निगम चुनाव के पहले ही लागू होनी थी, लेकिन निगम चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद दिल्ली में आचार संहिता लागू होने से इस योजना में लगभग 3 महीने का विलंब हुआ है, लेकिन आज इस योजना के लागू होने के बाद से दिल्ली का रहने वाला कोई भी नागरिक बीमारियों से जुड़े मुफ्त टेस्ट और मुफ्त इलाज का फायदा उठा पाएगा.