महाराष्ट्र में फिर भड़के किसान, आगजनी और हिंसा, पुलिस से भी झड़प

मुंबई:  मोदी सरकार के लिए किसानों से निपटन मुश्किल होता जा रहा है. जैसे जैसे बीजेपी समर्थक किसान आंदोलन को विपक्षी पार्टियों की साजिश बता रहे हैं किसान और उग्र होते जा रहे हैं. महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण में ठाणे-बदलापुर हाइवे पर किसानों का आंदोलन गुरुवार को हिंसक हो गया. जमीन के अधिग्रहण को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों ने आगजनी शुरू कर दी. हाइवे पर पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों ने हाइवे पर जाम लगा दिया. किसानों का कहना है कि कानून को ताक पर रखकर सरकार ने उनकी जमीन का बिना अनुमति अधिग्रहण कर लिया है.

 

इसके अलावा, किसानों और पुलिसवालों में झड़प की खबरें भी आ रही हैं. हालात काबू करने के लिए अतिरिक्त पुलिस मौके पर भेजी गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कम से कम 17 गांवों के लोग इस प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. 10 से ज्यादा जगहों पर ये प्रदर्शन हो रहे हैं, जिनमें ठाणे-बदलापुर हाइवे भी शामिल है.

 

क्या है किसानों का आरोप

किसानों का आरोप है कि रक्षा मंत्रालय ने इनकी जमीन का अधिग्रहण कर लिया और उसके लिए गांववालों की मंजूरी नहीं ली गई. किसानों के मुताबिक, सरकार यह अधिग्रहण जबर्दस्ती कर रही है. एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन नेवी एक दीवार बनाने की योजना बना रही है, जिसकी वजह से यह विवाद हुआ है. इससे पहले तक किसानों का प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन गुरुवार को अचानक से आंदोलन हिंसक हो उठा.

 

पहले भी हिंसक अांदोलन

15 दिन से भी कम समय में महाराष्ट्र के किसानों का यह दूसरा आंदोलन है. राज्य के किसानों ने फसल खराब होने की वजह से कर्ज माफी तथा एमएसपी की गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया था. किसानों ने अहमदनगर जिले में तो बड़ी मात्रा में दूध सड़कों पर बहा दिया था. आंदोलन के बाद सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने किसानों का 30 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी.