कड़वा सच : चीन के पास है परमाणु बम से भी खतरनाक वाटर बम, भारत के पास नहीं है काट

नई दिल्ली :  डोकलाम विवाद हो रहा है तब समझ में आ रहा है कि भारत के खिलाफ चीन की तैयारी कितनी तगड़ी है. जानकारों का कहना है कि चीन जब चाहे भारत में चल प्रलय ला सकता है. उसने चुपचाप बिहार की बाढ़ से भी दस गुना ज्यादा बड़ी बाढ़ लाने की तैयारी कर ली है. अब विदेश मंत्रालय ने खुलासा किया कि चीन पिछले तीन महीने से ही वाटर डाटा साझा नहीं कर रहा है. वो चुपचाप बड़ी तादाद मे नदियों में पानी छोड़ रहा है. इसी का नतीजा है बिहार-बंगाल समेत भारत के पूर्वोत्तर इलाके में इन दिनों आई बाढ़. पर्यावरण विशेषज्ञ और सामरिक कूटनीतिकार कहते हैं कि ऐसा कर चीन भारत पर छद्म रूप से वाटर बम फोड़ चाहता है. बता दें कि चीन ने भारत आने वाली नदियों पर चुपचाप कई बांध बना रखे हैं जो भारतीय भौगोलिक क्षेत्र के लिए खतरे की घंटी है. इतना ही नहीं युद्ध के हालात में वो एक साथ कई बांध खोलकर भारत को जल प्रलय में डुबा देने की ताकत भी रखता है. ये विभीषिका परमाणु बम से भी भयानक होगी.

दरअसल, चीन के पास तिब्बत एक बड़ा हथियार है. तिब्बत के विशाल पठार से ही एशिया की अधिकांश बड़ी नदियां निकलती हैं, जो भारत समेत अन्य देशों में बहती हैं. भारत में भी तीन बड़ी नदी प्रणाली तिब्बत से निकलती हैं.  पहली सबसे बड़ी नदी ब्रह्मपुत्रा है, जिस पर चीन ने कई बांध बना रखे हैं. 2700 किलोमीटर लंबी यह नदी भारत में अरुणाचल प्रदेश और असम होते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है. वाडिया इन्स्टीच्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के वैज्ञानिक संतोष राय के हवाले से जनसत्ता लिखता है कि कि चीन इस नदी का इस्तेमाल भारत के खिलाफ वाटर बम के रूप में कर सकता है. अगर चीन ने ब्रह्मपुत्र पर बने बांध को खोल दिया तो पूर्वोत्तर भारत में जल प्रलय आ सकता है और करोड़ों की आबादी मौत के मुंह में समा सकती है.

दूसरी बड़ी नदी सतलुज है, जो तिब्बत से निकलकर हिमाचल प्रदेश और पंजाब से गुजरते हुए पाकिस्तान में सिंधु नदी की सहायक नदी बन जाती है. इसी पर भाखड़ा नांगल डैम बना है. तीसरी नदीं सिंधु है जो कश्मीर होते हुए पाकिस्तान में जाकर बहती है और अरब सागर में मिलती है. अगर चीन ने इन नदियों पर बने बांध को खोल दिया तो उत्तरी भारत के कई राज्यों में जल प्रलय आ सकता है. रक्षा विशेषज्ञ अनिल गुप्ता का मानना है कि अगर चीन इन नदियों पर बांध खोलकर जल युद्ध का आगाज करे तो पंजाब जलमग्न तो होगा ही, भाखड़ा डैम ठप हो जाएगा और परमाणु बम विस्फोट जैसी विभीषिका उत्पन्न हो जाएगी.