रेलवे के खाने का पैकेट खोलते ही वो चीख पड़ी, अंदर था दहला देेने वाला नज़ारा

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में एक एक्सप्रेस ट्रेन के खाने में फ्राइड छिपकली मिली है. मामला यूपी के चंदौली का है. जिस युवक के खाने में छिपकली मिली वह पूर्वा एक्सप्रेस में सवार था. शख्स ने रेल मत्री सुरेश प्रभू को भी इस बारे में ट्वीट किया. इससे पहले कैग अपनी रिपोर्ट में रेलवे को बेकार बताकर कहकर साफ कर चुका है कि वहां मिलने वाला खाना खाने लायक नहीं है. कहा गया था कि खाना गंदे पानी से बनता है. सोशल मीडिया पर अब लोगों ने रेल मंत्री को घेर लिया है. लोग जवाब मांग रहे हैं.

हमने आपके खबर दी थी कि संसद में 21 जुलाई को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) ने रेलवे द्वारा परोसे जाने वाले खाने को लेकर रिपोर्ट पेश की थी. सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में यह खुलासा किया था कि रेलवे का खाना इंसानों के खाने लायक ही नहीं है. रिपोर्ट में कहा गया था कि दूषित खाद्य पदार्थों, रिसाइकिल किया हुआ खाना और डब्बा बंद व बोतलबंद सामान का इस्तेमाल एक्सपाइरी डेट के बाद भी किया जाता है.

74 स्टेशनों और 80 ट्रेनों के निरीक्षण में सीएजी ने पाया कि खाना तैयार करने के दौरान सफाई पर जरा भी ध्यान नहीं दिया जाता. सीएजी ने यह खुलासा भी किया है कि कैसे खाना बनाने में साफ-सफाई पर बिलकुल भी ध्यान नहीं दिया जाता. खाना या फिर ड्रिंक्स तैयार करने के लिए सीधे नल से अशुद्ध पानी का इस्तेमाल किया जाता है.

निरीक्षण के दौरान रसोई यान के कूड़ेदानों के ढक्कन गायब पाए गए और यह भी पता चला कि उनकी धुलाई का काम भी नियमित रूप से नहीं किया जाता. मक्खियां-कीड़ों से खाद्य पदार्थों के बचाव के लिए कोई कवर इस्तेमाल नहीं किया जाता. वहीं कुछ ट्रेनों में कॉकरोच और चूहे भी मिले. सीएजी ने ऑडिट में पाया है कि रेलवे की फूड पॉलिसी में लगातार बदलाव होने से यात्रियों को बहुत ज्यादा परेशानियां होती हैं.