पाकिस्तान में गृहयुद्ध शुरू, एक बड़े अफसर के साथ कई सैनिकों की हत्या

नई दिल्लीः पाकिस्तान में धीरे धीरे गृहयुद्ध के हालात बनने लगे हैं. बलूचिस्तान में जो हुआ उसे आप इसके आग़ाज़ की शुरुआत मान सकते हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट ने पाकिस्तान आर्मी के एक वरिष्ठ अधिकारी समेत 5 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया है.

क्षेत्रफल के हिसाब से बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है लेकिन चारों प्रांतों के मुकाबले वहां की आबादी सबसे कम है. वहां गैस, कोयला, तांबा और कोयला के बड़े भंडार है लेकिन इतनी खूबियों के बावजूद बलूचिस्तान को पाकिस्तान में उतनी अहमियत नहीं मिल पायी. बलोच के लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान की केन्द्र सरकार उनके अधिकारों का हनन कर रही है.

वैसे तो बलूच हमेशा से गुस्से में रहे हैं लेकिन हथियार बंद संघर्ष की ताजा लहर 2006 में उस वक्त शुरू हुई जब पाकिस्तानी सेना ने बलोच नेता नवाब अकबर बुगती को मार दिया. इसके बाद से बलूचिस्तान के लोगों ने विद्रोह का झंड़ा बुलंद कर लिया. अलगाववादियों का कहना है कि वो आज़ाद बलूचिस्तान के लिए लड़ रहे हैं.

इसके चलते बलूचिस्तान लिबेरशन आर्मी, बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट, यूनाइटेड बलोच आर्मी, लश्कर-ए-बलूचिस्तान, बलूचिस्तान लिबेरशन यूनाइटेड फ्रंट जैसे कई संगठन बलूचिस्तान की आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. ताज घटनाक्रम भी इसी का उदाहरण है.