चीन में रखी रह गई अमेरिकी अकड़, सुरक्षा कर्मियों ने कहा ये हमारा देश है और हमारा एयरपोर्ट, ओबामा ने बयान देकर निकाली खीज़

अमेरिकी राष्ट्रपति जब दुनिया के किसी भी देश के दौरे पर जाते हैं तो उनकी अकड़ अलग ही होती है. सुरक्षा कर्मी पूरी व्यवस्था संभाल लेते हैं और स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की हैसियत अमेरिकी एजेंसियों के चाकर से ज्यादा की नहीं होती है. भारत में तो उनके सुरक्षा घेरे में हमारी पुलिस को घुसने भी नहीं दिया जाता था. लेकिन जब ओबामा चीन पहुंचे तो उनकी सुरक्षा एजेंसियों को वहां मुकाबले कुछ अलग रंग ही देखने को मिला. हाल ये हुआ कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली व्यक्ति होने का खिताब लेकर घूमने वाले बराक ओबामा के पास अपनी खीझ निकालने के अलावा कोई रास्ता ही न बचा. सुरक्षा के मसले पर ज्यादा कुछ तो ओबामा नहीं बोल पाए लेकिन मीडिया को नज़दीक न फटकने देने के लिए ओबामा ने खूब तीखे बयान दिए . रविवार को ओबामा ने कहा कि इससे पता चलता है कि अमेरिका और चीन के मूल्यों के बीच कितना बड़ा अंतर है. ओबामा ने आगे कहा कि इससे मानवाधिकार और प्रेस की आजादी जैसे मुद्दों पर अमेरिका और चीन के बीच के नजरिए का अंतर पता चलता है. अगर अमेरिका का मामला हो तो बिट्रेन कैसे सुर में सुर न मिलाए, वहां की प्रधानमंत्री टरीसा से बातचीत में भी ओबामा ने इस मुद्दे को उठाया. उन्होंने टरीसा से कहा कि चीन की तरफ से इस तरह का यह मामला नहीं है. ओबामा ने कहा कि मुझे लगता है हम जो काम कर रहे हैं वो काम प्रेस तक पहुंचे. उनके पास सवालों का जवाब देने की क्षमता है.

अब जानिये मामला था क्या

ओबामा जहां कहीं भी जाते हैं उनकी सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते हैं. वह पूरी एक टीम के साथ जाते हैं. यहां तक की रिपोर्टर्स की एक टीम भी ओबामा के साथ होती है. अमेरिकी अधिकारी ओबामा को हमेशा की तरह अपनी सुरक्षा में ही रखना चाहते थे लेकिन चीनी अधिकारियों ने उन्हें दूर रखा . चीनी अधिकारी व्हाइट हाउस के अधिकारियों पर चिल्लाये भी. जब अमेरिका की एक महिला अधिकारी ने चीनी अधिकारियों का विरोध किया तब चीनी अधिकारी ने यह कह दिया कि यह उनका देश है और उनका एयरपोर्ट. उन्होंने कहा, ‘यह हमारा देश है और हमारा एयरपोर्ट है.’ इतना ही नहीं अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजन राइस और व्हाइट हाउस के प्रेस कॉर्प्स की तक की कड़ी सुरक्षा जांच की गई ये ओबामा को कैसे बर्दाश्त हो सकता था. इसके साथ ही रिपोर्टर्स को दूर रखने का भी एक वाक्या हुआ. एयरपोर्ट में ओबामा के प्लेन की लैंडिंग के बाद चीनी सुरक्षा अधिकारियों ने एक रस्सी लगा दी और ओबामा के साथ आए रिपोर्टर्स को पीछे खड़ा कर दिया. इसके अलावा चीनी अधिकारियों ने रिपोर्टर्स को वहां से चले जाने को भी कहा. ओबामा ने इन्हीं रिपोर्टर्स को दूर रखने का मसला उठाया और कहा कि ये प्रेस की आज़ादी का मामला है.