कांग्रेस के अच्छे दिन की तैयारी, राहुल गांधी बन जाएंगे अध्यक्ष

नई दिल्ली: वंशवाद के आरोप झेल रहे गांधी परिवार का पिछले 22 साल से कोई अध्यक्ष नहीं बना है. यही वो 22 साल हैं जिनमें कांग्रेस लगातार कमज़ोर हुई. ऐसी सोच वाले लोग राहुल गांधी को पार्टी के लिए उम्मीद की तरह देख रहे हैं. इस तरह के लोगों के लिए खुशखबरी है.

राहुल गांधी को पार्टी की कमान मिलने वाली है. राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कांग्रेस कार्यसमिति ने निर्णय ले लिया है. बैठक में निर्णय लिया गया कि अध्यक्ष पद के लिए 1 दिसंबर को अधिसूचना जारी होगी. 4 दिसंबर तक नामांकन किया जा सकेगा. 16 दिसंबर को वोटिंग होगी अौर 19 दिसंबर को अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी. माना जा रहा है कि इसके बाद कांग्रेस के अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे.

राहुल ने भी हाल के समय में अपनी युवा नेताओं की टीम के साथ वरिष्ठ नेताओं को भी पूरा तवज्जो देकर यह संदेश दिया है कि वह फिलहाल कांग्रेस में सबको साथ लेकर चलने का इरादा रखते हैं. सोनिया गांधी की सेहत ग़़डब़़ड होने के बाद से ही राहुल को पार्टी की कमान सौंपने की बातें चल रही हैं मगर कई मौकों पर इसको लेकर खुद राहुल तैयार नहीं दिखे. हालांकि बीते तीन महीनों के दौरान राहुल ने इस संशय से बाहर आकर नेतृत्व संभालने के अपने इरादे साफ कर दिए.

2004 में अमेठी से लोकसभा चुनाव जीतकर राजनीतिक पारी का आगाज करने वाले राहुल गांधी ने 2007 में बतौर कांग्रेस महासचिव संगठन में जिम्मेदारी संभाली.

संप्रग की दस साल की सत्ता के दौरान उन्हें कई बार मनमोहन सिंह ने अपने कैबिनेट में शामिल करने का प्रस्ताव दिया, मगर राहुल ने इनकार कर दिया.

2012 में तो कांग्रेस के एक वर्ग ने उन्हें मनमोहन की जगह पीएम बनाने तक की अंदरूनी आवाज बुंलद की. जयपुर में जनवरी 2013 में राहुल को औपचारिक रूप से सोनिया गांधी का उत्तराधिकारी बनाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष के रूप में प्रमोशन दिया गया.

राहुल के मुकाबले पार्टी के अंदर से उनके खिलाफ चुनाव ल़़डने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में राहुल का निर्विरोध कांग्रेस अध्यक्ष चुना जाना भी तय दिखता है.