महाराष्ट्र में बारिश का कहर: बचाव अभियान अब भी जारी

महाराष्ट्र में निरंतर हो रही तेज बारिश ने आपदा की घातक तस्वीर सजाई है। रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हुए भूस्खलन स्थल पर तलाश अभियान जारी है, लेकिन अभी तक 119 ग्रामीणों के पते का पता नहीं चल पाया है। यह संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे स्थानीय लोगों के चेहरे उदासी और चिंता दिखाई दे रहे हैं। वहीं, नांदेड़ जिले के 12 गांवों में बाढ़ की वजह से भी लोग आपदा के बंद बाजू फसे हुए हैं। बिलोली तहसील के नजदीक 1,000 लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। अब तक एनडीआरएफ ने इस इतनी भारी आपदा से 22 शव बरामद किए हैं। जिसमें आज के पांच शव और कल के 16 शव भी शामिल हैं।

बाढ़ की वजह से खाली के देखा जाने वाला इरशालवाड़ी गांव अब दुखद संघर्ष के घेरे में है। भूस्खलन से लगभग 119 ग्रामीणों को ढलान के दाह-सीन्चे में अब तक पहुंचाया नहीं जा सका है। लोगों के बाढ़ के पानी से बहरे घरों के खंडहरों के बीच खोने का दर्द देखने वालों की आँखों में आंसू भर रहे हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति में स्थानीय प्रशासन और राहत टीमों के तत्परता से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बचाने का प्रयास जारी है।

भारत के महाराष्ट्र राज्य में अधिकतर क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश ने प्राकृतिक आपदा की चिंता को बढ़ा दिया है। रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव में हुए भूस्खलन स्थल पर तलाश अभियान जारी है, जहां अभी भी 119 लोगों का पता नहीं चल पाया है। इस अभियान के दौरान पांच लोगों के शव बरामद किए गए हैं, जो इस आपदा के शिकार हुए थे। लोगों की सुरक्षित बचाव के लिए सरकारी अधिकारी और एनडीआरएफ कर्मियों की टीमें कड़ी मेहनत कर रही हैं।

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